पानी की टंकी और विद्युत टावर को बनाया इंसाफ का हथियार
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) जब न्याय मिलने से भरोसा उठ गया तो पीड़ितों ने पानी की टं
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : जब न्याय मिलने से भरोसा उठ गया तो पीड़ितों ने पानी की टंकी और विद्युत टावर को ही हथियार बनाना मुनासिब समझा। कसिदहां में टावर पर चढ़ने का पहला वाकया नहीं है। इसके पहले भी जिले में कई घटनाएं हो चुकी हैं। तत्काल तो अधिकारियों की ओर से भरोसा दिला दिया जाता है लेकिन जैसे ही वह टावर से नीचे उतरता है, मामला कानूनी-दांव पेंच में उलझ जाता है। होता वही है जो टंकी अथवा टावर पर चढ़ने के पहले होता आया है।
गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के कसिदहां में जिदा जलाने और छेड़खानी के आरोप में पांच के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। एक माह तक मामले को दबाकर रखा गया। अचानक मामला गरमाया और पड़ोस के लोगों पर निशाना साध लिया गया। हकीकत क्या है, यह तो पुलिस की जांच में स्पष्ट हो पाएगा लेकिन टावर पर चढ़कर जान देने की धमकी देने वाले रामप्रसाद को न्याय ही चाहिए। प्रभारी निरीक्षक केके सिंह ने भी यही भरोसा दिया है। इसके पहले जोरई में भूमि को लेकर केशवपुर सरपताहां गांव के गुलाब भी मुख्यालय के पास बनी पानी की टंकी पर चढ़ गया था। जोरई के प्रधान पति पर आरोप लगा रहा था लेकिन वह भी मामला अभी तक कागजों में ही उलझा हुआ है। इसी तरह गेराई गांव की एक महिला पानी की टंकी पर चढ़ गई थी। वह भी भूमि पर कब्जा करने का आरोप गांव के ही लोगों पर लगा रही थी। सक्रिय हुई राजस्व विभाग की टीम मौके पर जाकर मेड़बंदी करा दी लेकिन कुछ ही दिन बाद पीड़िता फिर मुख्यालय का चक्कर लगाने लगी।