रेंगते रहे वाहन, तड़पते रहे मुसाफिर
वाहनों के पहिए जाम हैं। यातायात व्यवस्था छिन्न भिन्न हो गई है। जनता बेहाल है जबकि पुलिस हांफ रही है लेकिन प्रशासन पर कोई प्रभाव नहीं है। रेवड़ा फाटक से लेकर इंदिरा मिल चौराहे तक चौराहे से चौरी बाजार तक वाहनों की कतार लगी है। उक्त स्थिति पिछले एक सप्ताह बनी हुई है। ट्रक पलटने के कारण इंदिरा मिल चौराहे स्थित दोनों सर्विसलेन ब्लाक हैं। इसके कारण जौनपुर मीरजापुर से चौरी की ओर आवागमन करने वाले वाहनों के पहिए जाम हो गए हैं। जौनपुर की ओर जाने वाले वाहनों को रेवड़ा मार्ग से निकाला जा रहा है।
जासं, भदोही : वाहनों के पहिए जाम हैं। यातायात व्यवस्था छिन्न भिन्न हो गई है। जनता बेहाल है जबकि पुलिस हांफ रही है लेकिन प्रशासन पर कोई प्रभाव नहीं है। रेवड़ा फाटक से लेकर इंदिरा मिल चौराहे तक, चौराहे से चौरी बाजार तक वाहनों की कतार लगी है। यह स्थिति एक सप्ताह बनी है। ट्रक पलटने इंदिरा मिल चौराहे स्थित दोनों सर्विसलेन ब्लाक हैं। इसके कारण जौनपुर, मीरजापुर से चौरी की ओर आवागमन करने वाले वाहनों के पहिए जाम हो गए हैं। जौनपुर की ओर जाने वाले वाहनों को रेवड़ा मार्ग से निकाला जा रहा है। कुछ वाहन जमुनीपुर कालोनी होते हुए आवागमन कर रहे हैं। जाम से निपटने व वाहनों को डायवर्ट करने के लिए पुलिस के लिए पास कोई विकल्प नहीं है। यही कारण है कि पुलिस भी असहाय साबित हो रही है।
भदोही-चौरी मार्ग स्थित मोरवा पुल के पास सड़क धंसने व दरार पड़ने के कारण एक सप्ताह से एक लेन बंद है। किसी तरह वाहनों का आवागमन चल रहा था लेकिन दोनों सर्विस लेन ब्लाक होने के बाद स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। --------------
नहीं हटाया गया सड़क से ट्रक को
इंदिरा मिल चौराहे स्थित पश्चिमी सर्विस लेन पर गत बुधवार को पलटा ट्रक अभी हटाया नहीं जा सका था कि शुक्रवार की शाम पूर्वी लेन पर ट्रक पलट गया। इसी के साथ दोनों लेन ब्लाक हो गए। शनिवार को भी ट्रकों को सड़क से हटाया नहीं जा सका था। यातायात व्यवस्था ठप हो गई है। चौरी की ओर से आने वाले ट्रकों के पहिए जाम हो गए हैं। इसके कारण इंदिरा मिल से कंधिया फाटक तक ट्रकों की कतार लग गई है। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत रेवड़ा-रामरायपुर मार्ग से एक एक कर वाहनों का पास कराया जा रहा है।
----------------------
चार घंटे में तय हुई 10 किमी की दूरी
एक तरफ त्योहार की आपाधापी तो दूसरी ओर जाम की समस्या ने लोगों की नाक में दम कर दिया। जाम के दौरान जहां तहां सवारी वाहनों में फंसे लोग शासन प्रशासन को कोसते देखे गए। चौरी बाजार निवाली अनिल चौरसिया ने बताया कि एक सप्ताह से लगा ट्रकों का तांता थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी तरह वाराणसी से लौट रहे कालीन निर्यातक जेपी गुप्ता ने बताया कि कंधिया से भदोही पहुंचने में चार घंटे लग गए। उनका कहना है कि समस्या को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन को वैकल्पिक व्यवस्था करना चाहिए जबकि वास्तविकता यह है कि प्रशासन के साथ साथ जनप्रतिनिधि भी मौनी बाबा बने हैं।