रुबेला के रोकथाम के लिए चलेगा अभियान
स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में जानलेवा रुबेला रोग से मुक्ति के लिए अभियान चलाकर जिले में टीकाकरण किया जाएगा। 26 नवंबर से प्रारंभ हो रहे मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान के तहत जिले में कुल छह लाख तीन हजार बच्चों को अभियान के तहत टीकाकरण किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में जानलेवा रुबेला रोग से मुक्ति के लिए अभियान चलाकर नौ माह से 15 वर्ष तक के बच्चों-किशोरों का टीकाकरण किया जाएगा। 26 नवंबर से प्रारंभ हो रहे मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान के तहत जिले में कुल छह लाख तीन हजार बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है।
छोटे बच्चों के जान को खतरा उत्पन्न करने रोग मिजिल्स रुबेला की रोकथाम को स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारी कर ली गई है। सोमवार को प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एस.एन सहाय ने कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान रोग और अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बताया कि 26 नवंबर से प्रारंभ किए जा रहे अभियान के तहत नौ माह से 15 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। रोग के लक्षण के बारे में बताया कि इसमें खुले अंग पर लाल चकत्ते और दाने निकलने के साथ ही बच्चे को तेज बुखार भी आता है। ग्रसित होने पर समय से उपचार न कराने पर जानलेवा भी साबित होता है। इसी तरह रूबेला में शरीर में दाना निकलता है लेकिन बुखार हल्का रहता है। रूबेला से ग्रसित बच्चा अगर गर्भवती महिला के पास रहता है तो गर्भ में पल रहे बच्चे को भी इस रोग से ग्रसित होने की संभावना ज्यादा रहती है। जिसके प्रभाव से गर्भ में पल रहा बच्चा जन्मजात अपंग हो जाता है। बताया कि जिले में कुल छह लाख तीन हजार बच्चों का टीकाकरण किया जाना है। जिसमें सबसे पहले चार सप्ताह तक विद्यालयों में टीम भेजकर टीकाकरण किया जाएगा। प्रत्येक दो सौ बच्चों पर पांच सदस्यीय टीम टीकाकरण का कार्य करेगी। उसके पश्चात अगले दो सप्ताह तक एएनएम और आशा बहुओं की टीम ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण करेगी। शत प्रतिशत टीकाकरण होने तक अभियान जारी रहेगा। इस दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. अशोक कुमार, यूनिसेफ के नीरज मिश्र और हरेंद्र कुमार समेत अन्य मौजूद रहे।