ग्राम पंचायतों में विकास के बहाने खाली कर रहे खजाना
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसंबर को खत्म हो जाएगा। इसके साथ
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसंबर को खत्म हो जाएगा। इसके साथ ही उनका वित्तीय अधिकारी भी छिन जाएगा। मतलब साफ है कि जो काम पांच साल में नहीं कर पाए, उसे अब तीन दिन में पूरा कर लेंगे। इसी के बहाने खजाना खाली किया जा रहा है। सीडीओ भानुप्रताप सिंह ने ऐसे गांवों को चिह्नित कर कार्रवाई करने का निर्देश जिला पंचायतराज अधिकारी बालेशधर द्विवेदी को दिया है।
ग्राम पंचायतों का चुनाव 2015 में कराया गया था। धीरे-धीरे पांच वर्ष गुजर गए और राज्य वित्त और पांचवा वित्त के मद में जनपद के सभी 561 गांवों में 300 करोड़ रुपये खर्च किए गए। ग्राम प्रधान और अधिकारियों की तकदीर बदल गई लेकिन गांव की गलियों की तस्वीर जस की तस बनी रही। शासन के निर्देश पर स्कूलों के कायाकल्प करने के साथ ही सामुदायिक शौचालय और पंचायत भवनों के निर्माण कराए गए। निर्माण कार्य में प्रधानों ने घटिया ईंट लगा दिया है तो अन्य मानक का भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अधिकारी भी हथेली गरम कर सब कुछ ओके कर दे रहे हैं। हकीकत यह है कि जो काम प्रधानों ने पांच साल में नहीं किया उसे तीन दिन में पूरा करना चाहते हैं। इसी के बहाने धड़ल्ले से भुगतान भी किया जा रहा है। सर्वाधिक शिकायत विकास खंड क्षेत्र डीघ से उठ रही है। यहां पर तैनात एक अधिकारी सुबह से लेकर शाम तक प्रधान और सचिवों से मिलकर भुगतान कराने में जुटा हुआ है। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि एक गांव की शिकायत मिली है। इसकी जांच करने का निर्देश डीपीआरओ को दिया गया है। ब्लाक में तैनात उस अधिकारी की भी जांच कराई जाएगी।