प्रशासन के लिये शारीरिक दूरी का पालन कराना होगी चुनौती
सम्पूर्ण लॉकडाउन के दौरान शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही थी। जबकि सोमवार से कुछ औद्यौगिक इकाइयों को संचालित करने सहित जरूरी कार्यों को पूरा कराने
संशय
- लॉकडाउन में ढील के बाद बरतनी होगी अतिरिक्त सतर्कता
- संपूर्ण पाबंदी के बाद भी बैंक व मंडियों में लग रही थी भीड़
जासं, ज्ञानपुर : सम्पूर्ण लॉकडाउन के दौरान शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही थी। जबकि सोमवार से कुछ औद्यौगिक इकाइयों को संचालित करने सहित जरूरी कार्यों को पूरा कराने व जरूरी उपभोक्ता वस्तुओं की दुकानों को खोलने की मिली छूट के बाद शारीरिक दूरी का पालन कराना प्रशासन व पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगी। कारण है कि पूर्ण पाबंदी के बाद भी बैंक व सब्जी व राशन की मंडियों में लगने वाली भीड़ ने यह सवाल खड़ा कर दिया है।
लॉकडाउन में किसी भी परिवार को भोजन की समस्या न खड़ी हो शासन ने पंजीकृत श्रमिकों सहित उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों खाते में धन भेज दिया था। जिसे निकालने को लेकर मची मारा-मारी की स्थिति यह है कि सुबह बैंक खुलने के पहले ही कतार लग जा रही है। कहीं बैंक में शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा है तो कहीं पूरी तरह से अनदेखी की जा रही है। मंगलवार को भी ज्ञानपुर स्थित काशी गोमती संयुक्त ग्रामीण बैंक व अर्बन कोआपरेटिव बैंक में पैसा निकालने को लेकर महिलाओं की कतार लगी रही। हालांकि यहां तो शारीरिक दूरी का ध्यान रखा गया। कमोवेश यही स्थिति ज्ञानपुर सब्जी मंडी व गोपीगंज स्थित किराना मंडी में देखी जा रही है। लोग इस तरह से भीड़ लगा ले रहे हैं कि जैसे उन्हें कोरोना का कोई खौफ न हो। ऐसी स्थिति में कहा जा सकता है कि छूट मिलने के बाद शारीरिक दूरी का पालन कराना चुनौती भरा होगा।