लुढ़का तापमान, शीतलहर ने कंपाया, जनजीवन बेहाल
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) मौसम के मिजाज में सुधार आता नहीं दिख रहा है। पहाड़ी
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : मौसम के मिजाज में सुधार आता नहीं दिख रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी के चलते सर्द हुई हवा से गलन में बेहिसाब इजाफा हो चुका है। सोमवार को न्यूनतम तापमान लुढ़ककर छह डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। इससे जनजीवन बेहाल हो उठा है। सुबह दर्शन दिए सूर्यदेव के साथ खिली धूप के बावजूद गलन बरकरार रही। धूप भी लोगों को अपेक्षित राहत नहीं प्रदान कर सकी। हालांकि हो रही धूप ने आलू, सरसो, चना, मटर आदि फसल को भी जीवनदान मिल गया है।
जनवरी के शुरूआत से ही मौसम का मिजाज पूरी तरह बिगड़ा हुआ है। पहले कोहरे तो बाद में बारिश व बूंदा-बांदी से जहां लोग बेहाल रहे तो अब जारी हो चुकी शीतलहर ने कंपाना शुरू कर दिया है। गलन का हाल यह है कि लोग गर्म कपड़ों से लदे होने के बाद भी कांप जा रहे हैं। साथ ही रोज कमाने-खाने यानी मजदूरी पेशा से जुड़े लोग काम करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। इससे उनके सामने जीविकोपार्जन का संकट खड़ा हो चुका है। वैसे धूप खिलने से दलहन व तिलहन फसल को लेकर चितित किसान राहत महसूस कर रहे हैं। किसानों सहित कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के कृषि विशेषज्ञ डाक्टर आरपी चौधरी ने बताया कि धूप से सरसों की फसल में लगने वाले माहों का खतरा कम हुआ है। वहीं चना, मटर आदि की फसल को भी लाभ मिलेगा।
------ -सेहत से खिलवाड़ पड़ेगा मंहगा
ठंड व गलन के बीच-बीच में दिन में खिल रही धूप के समय लोगों को बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। कारण है कि भले ही धूप खिल जा रही हो लेकिन सर्द हवाओं के चलते मौसम में बनी नमी जरा भी लापरवाही पर नुकसान पहुंचा सकती है। देखा यह जाता है कि जब मौसम खराब रहता है तो लोग सिर से पांव तक गर्म कपड़ों से लदे रहते हैं लेकिन धूप देख लापरवाह हो जाते हैं जबकि जबकि सर्द हवाएं कायम हैं। इससे लोगों को शीत लग सकती है। चिकित्सकों की माने तो ठंड से बचाव में लापरवाही सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। लोगों को चाहिए कि गर्म कपड़ों का उपयोग करना न छोड़ें। विशेषकर सेहत के प्रति सुबह व शाम जरा भी लापरवाही न बरतें।
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महराजगंज (भदोही) : ठंड व गलन से राहत देने के लिए प्रशासन की ओर से अलाब जलवाने का जारी फरमान क्षेत्र में हवाई साबित हो रहा है। शीतलहर से लोग बेहाल हैं लेकिन महाराजगंज, हुसैनीपुर, कंसापुर व आस-पास कहीं अलाव जलते नहीं दिख रहा है। जिम्मेदार लोग पूरी तरह उदासीन बने हैं। जबकि लोग खर-पतवार जलाकर राहत हासिल करने का प्रयास करते देखे जा रहे हैं।