दुकानदारों के चेहरे खिले, कालीन कामगारों को निराशा
मौसम के मिजाज में आए परिवर्तन से एक तरफ जहां कालीन कामगारों के हाथ जाम हो गए हैं वहीं गर्म कपड़ों के दुकानदारों की खरीदारी में तेजी आ गई है। तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बूंदाबांदी व चल रही बर्फीली हवाओं से गलन में भारी वृद्धि हो गई है।
जागरण संवाददाता, भदोही : मौसम के मिजाज में आए परिवर्तन से एक तरफ जहां कालीन कामगारों के हाथ जाम हो गए हैं वहीं गर्म कपड़ों के दुकानदारों की खरीदारी में तेजी आ गई है। तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बूंदाबांदी व चल रही बर्फीली हवाओं से गलन में भारी वृद्धि हो गई है। ठंड को लेकर लापरवाही बरतने वाले बचाव के उपाय करने में जुट गए हैं। इस दौरान सड़कों के किनारे सजी गर्म कपड़ों के अस्थाई दुकानों पर ग्राहकों का जमावड़ा देखा जा रहा है। जैकेट, स्वेटर, शाल, मफलर, टोपी आदि की बिक्री में तेजी आ गई। हालांकि मौसम का मिजाज गंभीर होने से कालीनों के आउटडोर कार्य ठप हो गए।
कालीनों का टेढ़ा, लेटेक्सिग लगाने वालों के हाथ जहां जाम हो गए वहीं कालीनों की धुलाई, रंगाई का काम भी ठप हो गया। कालीन कामगार जहां राहत की स्थिति में थे तो वहीं गर्म कपड़ों के दुकानों पर सन्नाटा पसर गया था। इस बीच सोमवार से मौसम ने करवट बदला तो स्थिति दिन पर दिन गंभीर होती जा रही है। शनिवार को जहां घने कोहरे के साथ सुबह हुई तो दिन भर शीतलहरी का प्रकोप जारी रहा। गलन ने पहले से ही लोगों को बेहाल कर रखा है। ऐसे में ठंड के प्रति लापरवाही बरतने वाले भी बचाव में जुट गए। शहर के मेनरोड, स्टेशन रोड, चौरी रोड, कटरा बाजार सहित अन्य स्थानों पर लगी गर्म कपड़ों की दुकानों पर सुबह से ही ग्राहकों की आमद होने लगी थी।
स्टेशन रोड पर गर्म कपड़े की दुकान लगाने वाले नियाज अहमद का कहना है कि पिछले सप्ताह बाजार ठंडा हो गया था इससे चिता बढ़ गई थी लेकिन अब फिर से ग्राहक निकलने लगे हैं।