धन के अभाव में ध्वस्त हुआ नगर का सीवरेज सिस्टम
जासं भदोही कालीन नगरी की ध्वस्त जलनिकासी समस्या का समाधान नहीं हो सका है। पालिका प्रशा
जासं, भदोही : कालीन नगरी की ध्वस्त जलनिकासी समस्या का समाधान नहीं हो सका है। पालिका प्रशासन की ओर से एक साल पहले शासन को भेजा गया 278 करोड़ का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। कोरोना महामारी के चलते प्रस्ताव की फाइल नगर विकास मंत्रालय में अटकी हुई है। कालीन नगरी की जलनिकासी समस्या दिन ब दिन गंभीर रूप लेती जा रही है। बहरहाल पालिका प्रशासन की ओर से एक बार फिर जिलाधिकारी के माध्यम से रिमाइंडर भेजा है। ईओ जी लाल का कहना है कि किसी भी मद में धन नहीं मिल रहा है। ऐसे में विकास कार्य ठप पड़े हैं। बताया कि छह माह पहले भी पत्र भेजा गया था। धन मिलते ही समस्या का समाधान कराया जाएगा।
--------------------दो बार पहले भी भेजा गया प्रस्ताव
वर्ष 2014 में तत्कालीन बोर्ड ने सीवरेज प्लांट के लिए 252 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा था लेकिन उसे हरी झंडी नहीं मिली। इसी तरह वर्ष 2018 में वर्तमान बोर्ड ने शासन के आदेश पर 255 करोड़ का प्रस्ताव बनाया था। तीन जून 2018 को भदोही आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पालिकाध्यक्ष अशोक जायसवाल ने प्रस्ताव सौंपा था लेकिन उसे भी मंजूरी नहीं मिली। इसके बाद जनवरी 2020 में 278 करोड का प्रस्ताव भेजा गया। अभी तक शासन की ओर से स्वीकृति नहीं मिल पाई है।