कोटेदारों का हड़ताल जारी, चौथे दिन भी नहीं हुई निकासी
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत संचालित सरकारी सस्ते गल्ले के दुकानदारों का हड़ताल जारी है। इसके चलते विपणन गोदामों पर ताला लटका रहा। निकासी के चौथे दिन किसी गोदाम से कोटेदारों ने राशन नहीं उठाया।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत संचालित सरकारी सस्ते गल्ले के दुकानदारों का हड़ताल जारी है। इसके चलते विपणन गोदामों पर ताला लटका रहा। निकासी के चौथे दिन किसी गोदाम से कोटेदारों ने राशन नहीं उठाया। खाद्यान का उठान न होने से निर्धारित समय से गरीबों को राशन वितरित नहीं हो पाया। जिला पूर्ति अधिकारी टी.आर यादव ने कोटेदार संघ के लोगो को वार्ता के लिए बुलाया था लेकिन कोई पदाधिकारी वार्ता में नहीं आए।
प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर जनपद का कोटेदार संघ पिछले कई दिनों से आंदोलित है। जनपद स्तर पर प्रदर्शन करने के बाद दिल्ली स्थित जंतर मंतर पर भी विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। इसके बाद भी सुनवाई न होते देख संघ के पदाधिकारी राशन निकासी और वितरण न करने का ऐलान कर दिया। प्रत्येक माह के 21 से 30 तारीख तक राशन की निकासी की जाती है। इसके पहले दुकानदार चालान के माध्यम से धनराशि जमा कर गोदामों पर जमा कर देते हैं लेकिन अभी तक अधिसंख्य दुकानदारों ने चालान जमा नहीं किया। जिलाध्यक्ष गिरजाशंकर तिवारी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कोटेदार चौथे दिन भी गोदामों पर पहुंच कर विरोध प्रदर्शन किया। चेताया कि जब तक आठ सूत्रीय मांग पूरी नहीं हो जाती है तब तक राशन का उठान नहीं किया जाएगा। उधर, जिलापूर्ति अधिकारी ने बताया कि कोटेदार संघ के पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया गया था लेकिन वार्ता के लिए कोई पदाधिकारी नहीं आए। बताया कि कोटेदारों की मांगों पर सरकार सहानुभूति पूर्वक विचार कर रही है। डोर स्टेप डिलवरी के लिए दो माह के अंदर टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। रही बात मानदेय की तो वह नीतिगत मामला है। इतना जल्दी होना संभव नहीं है। मांग को लेकर आंदोलन करते रहें लेकिन जनहित का कार्य न रोक तो बेहतर होगा।