साहब! चक्कर लगाते चप्पल घिस गई, सुनवाई नहीं हुई
चित्र.. 41. केस - 1 - घोसिया नगर के वार्ड नंबर 6 फकीरान मोहल्ला निवासी मोहम्मद कासिम का दर्द संपूर्ण समाधान दिवस में छलक उठा। जिलाधिकारी के सामने अपना दुखड़ा सुनाते हुए कहा कि साहब बहुत गरीब हूं। अगर छात्रवृत्ति का लाभ नहीं मिला तो अब दो बेटियों को पढ़ाने की सामर्थ्य नहीं है। एक बेटी इंटर कॉलेज में तो दूसरी महाविद्यालय में पढ़ रही है। बीटिया की पढ़ाई जारी रखने के लिए सरकार की योजना के तहत छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कराया था। लेकिन लाभ नहीं मिला। तीन बार आपके दरबार में शिकायत कर चुका हूं भागदौड़ कर थक गया लेकिन सुनवाई नहीं हुई। आप तो आदेश कर समाधान का आश्वासन दे देते हैं। लेकिन विभागीय अधिकारी आदेश को दरकिनार कर लाभ देने में बाधक बने हैं।
चित्र 41 -- केस 1 : घोसिया नगर के वार्ड छह स्थित फकीरान मोहल्ला निवासी मोहम्मद कासिम का दर्द संपूर्ण समाधान दिवस में छलक उठा। डीएम से कहा कि साहब बहुत गरीब हूं। अगर छात्रवृत्ति का लाभ नहीं मिला तो अब दो बेटियों को पढ़ा नहीं पाऊंगा। एक बेटी इंटर कॉलेज तो दूसरी महाविद्यालय में पढ़ रही है। बेटी की छात्रवृत्ति को आवेदन हुआ, लेकिन लाभ नहीं मिला। तीन बार आपसे शिकायत की, हर बार सिर्फ आश्वासन मिला। चित्र 42 :- केस 2 : औराई तहसील के फौदीपुर गांव निवासी उमेश यादव ने परेशानी बताई कि सार्वजनिक चकरोड पर किए गए कब्जा को खाली कराने के लिए एक वर्ष से अधिकारियों के पास जा रहे लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ज्ञानपुर पुलिस उलटा उनको ही मुकदमे में फंसाने की धौंस दे रही है। संपूर्ण समाधान दिवस पर चार बार प्रार्थना पत्र दे चुका हूं, हर बार आश्वासन तो मिलता है लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। चित्र 43 --- केस 3 : गिर्दबड़गांव निवासी बीना जयसवाल ने बताया कि यहां तो कोई सुनवाई नहीं होती। केवल आदेश की खानापूर्ति हो रही है। संपूर्ण समाधान दिवस पर तीन बार प्रार्थना पत्र देकर बिल अदायगी के बाद भी बिजली विभाग बकाया बिल दे रहा है। आजिज आकर उन्होंने लाइन कटवाने की रसीद भी कटवा लिया। लेकिन पीडी प्रमाण पत्र देने में अधिकारी हीलाहवाली कर रहे हैं। चित्र 44 --- केस 4 : नुआंव निवासी राजाराम का कहना है छह बार शिकायत के बाद भी अधिकारी कार्रवाई से कतरा रहे हैं। कहा कि उसकी भूमिधरी भूमि से बगैर किसी कागजी कारण के लेखपाल ने खतौनी से नाम काट दिया। नाम दर्ज किए जाने के लिए दिए गए प्रार्थना पत्र पर कार्रवाई को लेकर लेखपाल हीलाहवाली कर रहे हैं। भूमि पर नाम दर्ज कराने की मांग किया है।
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जागरण संवाददाता, औराई (भदोही) : यह चार मामले तो बानगी भर हैं। संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायतों को भी अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे। भाग-दौड़ कर फरियादी थक जा रहे हैं लेकिन समस्याओं के निस्तारण को लेकर अधिकारी बहाने बना रहे हैं। मंगलवार को तहसील सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस में डीएम राजेंद्र प्रसाद, एसपी राम बदन सिंह व विधायक दीनानाथ भाष्कर की मौजूदगी में ज्यादातर फरियादी निराश लौटे। समाधान की उम्मीद लेकर आए 103 मामलों में महज छह का ही निस्तारण किया जा सका। शेष सभी मामलों को संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के आदेश दिया।