Move to Jagran APP

फरियादियों को भी दी जाए निस्तारण की जानकारी

सदर तहसील ज्ञानपुर में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में मंडलायुक्त प्रीति शुक्ल ने कहा कि फरियादियों को भी निस्तारण की जानकारी दी जाए। शिकायतकर्ता को संतुष्ट करने की पूरी कोशिश की जाए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 08:40 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jan 2020 08:40 PM (IST)
फरियादियों को भी दी जाए निस्तारण की जानकारी
फरियादियों को भी दी जाए निस्तारण की जानकारी

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : सदर तहसील ज्ञानपुर में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में मंडलायुक्त प्रीति शुक्ल ने कहा कि फरियादियों को भी निस्तारण की जानकारी दी जाए। शिकायतकर्ता को संतुष्ट करने की पूरी कोशिश की जाए। किसी भी प्रकार की हीलाहवाली करने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। तीनों तहसीलों में आए 204 मामलों में महज 15 का ही मौके पर निस्तारण हुआ। अन्य शिकायतों को एक पखवारे के अंदर निस्तारित करने का निर्देश दिया।

prime article banner

उन्होंने कहा कि सरकार के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को बहुत ही गंभीरता के साथ लिया जाए। जनता को तहसील संपूर्ण समाधान दिवस का सीधे लाभ प्राप्त होना चाहिए। इस दिवस पर जो भी शिकायतें दर्ज हो रही हैं उनका निस्तारण पूर्ण गुणवत्ता के साथ होना चाहिए। शिकायतों को निर्धारित समय के अंदर ही निस्तारित कराएं। इस मौके पर आए 94 आए मामले में महज चार का निस्तारण किया जा सका। इस मौके पर डीआईजी पीयूष श्रीवास्तव, डीएम राजेंद्र प्रसाद, एसपी रामबदन सिंह, डीडीओ जयकेश त्रिपाठी, जिला परियोजना निदेशक मनोज कुमार राय आदि थे। इसी तरह भदोही तहसील में उप जिलाधिकारी आशीष कुमार मिश्र की अध्यक्षता में तहसील दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर आए 59 मामलों में महज तीन का ही मौके पर निस्तारित किया जा सका। औराई तहसील दिवस में उप जिलाधिकारी चंद्रशेखर ने जनता की समस्याओं को सुनीं। इस मौके पर आए 51 मामले में महज दो का ही निस्तारण किया जा सका। खंड विकास अधिकारी श्याम जी, तहसीलदार मृत्युंजय प्रताप सिंह आदि थे।

मंडलायुक्त ने कोतवाली ज्ञानपुर का किया निरीक्षण

- मंडलायुक्त प्रीति शुक्ला और डीआइजी पीयूष श्रीवास्तव कोतवाली ज्ञानपुर का निरीक्षण किया। इस दौरान कोतवाली परिसर में कई वर्षाें से पड़े लावारिस वाहनों को शासनादेश के अनुरूप नीलामी कराने का निर्देश दिया। साथ ही अन्य वाहनों को व्यवस्थित रखने को कहा। इसके साथ ही कार्यालय में कंप्यूटर कक्ष, पंजीकृत मुकदमा और विवेचना, कार्यालय में अभिलेखों के रख-रखाव, पुरुष, महिला बंदी गृह, बैरक, कोतवाली में आगंतुक कक्ष, त्योहार रजिस्टर, मालखाना रजिस्टर, गोपनीय अभिलेखों की बारी-बारी से निरीक्षण किया। कहा कि कोतवाली में आने वाले फरियादियों की समस्याओं को प्राथमिकता से सुनें। डीआइजी पीयूष श्रीवास्तव, जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद, पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह आदि थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.