घातक साबित हो रही सड़क की बिखरी गिट्टियां
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) गिराईं-दानूपुर मार्ग बनने के तीन वर्ष बाद ही गिट्टियां बिखर
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : गिराईं-दानूपुर मार्ग बनने के तीन वर्ष बाद ही गिट्टियां बिखर गईं तो कई जगह जानलेवा गड्ढे हो गए। सड़क पर आवागमन करने वाले लोग दुर्घटना का शिकार होकर घायल हो रहे हैं। मानक के अनुरुप सामग्री प्रयोग नहीं किए जाने से हुए गड्ढे की भराई कर सड़क निर्माण की मांग किए जाने के बाद भी सुनवाई नहीं हुई, जिससे लोगों में आक्रोश है। 15 किमी लंबे मार्ग पर दानूपुर की ओर से तुरंतपुर तक 11 किलोमीटर सड़क निर्माण छह वर्ष पहले कराया गया, जो अभी भी दुरुस्त है लेकिन गोपीगंज के राष्ट्रीय राजमार्ग से गिराईं को जोड़ने वाली शेष चार किमी सड़क निर्माण के लिए लोगों को चार वर्ष तक इंतजार करना पड़ा था। दो वर्ष पहले बनाकर हाइवे तक आवागमन सुचारु किया गया, लेकिन मानक के अनुरुप सामग्री प्रयोग न किए जाने से दो वर्ष में ही चार किमी के बीच कई स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढे होने से लोगों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही है तो रात में आवागमन करते वक्त कई बाइक सवार अनियंत्रित होकर गिरकर घायल भी हो गए हैं। हरदेवपुर गांव में तो करीब सौ मीटर तक पूरी सड़क ही ध्वस्त हो चुकी है। निर्माण की मांग किए जाने के बावजूद भी पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों को फर्क नहीं पड़ा। लगातार हो रहे हादसे से आक्रोशित क्षेत्रीय लोगों ने सड़क निर्माण की मांग किया है।
बीता यातायात माह, फिर डग्गामारी शुरू
जागरण संवाददाता, भदोही : वाराणसी की ओर से सब्जी लदा पिकअप वाहन बुधवार को सुबह छह बजे इंदिरा मिल चौराहे से शहर की ओर फर्राटे भरता दिखा। एक तरफ वाहन पहले से ही ओवरलोड वहीं दूसरी ओर तीन महिलाओं सहित 11 लोग वाहन पर सवार थे। चार लोग जान हथेली पर रखकर लटकर यात्रा करते देखे गए। डग्गामार वाहनों की यह एक बानगी है। ऐसे दर्जन भर पिकअप वाहन प्रतिदिन कपसेठी व कछवां सहित अन्य स्थानों से सब्जी लादकर आते हैं। आटो व अन्य वाहनों में ओवरलोडिग आम तौर पर देखी जाती है। यातायात माह के तहत नवंबर माह में सड़क सुरक्षा व परिवहन विभाग सक्रिय रहा। सड़कों की दयनीय हालत तो दूसरी ओर ओवरलोड वाहनों का दबाव सड़क दुर्घटना को बढ़ावा देने में सहायक है।