चाहे जिसकी बने सरकार, सबको विकास की दरकार
लोकसभा चुनाव का परिणाम आने में महज 24 घंटे का समय शेष रह गया है। नतीजा सामने आते ही सारा परि²ष्य साफ हो जाएगा। किसे मिलेगी जीत और किस पार्टी को बहुमत तो किसे करना होगा फिर से अगले पांच वर्ष का इंतजार। जबकि परिणाम पर बेसब्री से टकटकी लगाए बैठी आम जनता को भी नई बनने वाली सरकार से तमाम उम्मीदें लगी हैं।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : लोकसभा चुनाव का परिणाम आने में महज 24 घंटे का समय शेष रह गया है। नतीजा सामने आते ही सारा परि²ष्य साफ हो जाएगा। किसे मिलेगी जीत और किस पार्टी को बहुमत तो किसे करना होगा फिर से अगले पांच वर्ष का इंतजार। जबकि परिणाम पर बेसब्री से टकटकी लगाए बैठी आम जनता को भी नई बनने वाली सरकार से तमाम उम्मीदें लगी हैं। उनका मानना है कि चाहे जिसकी भी बने सरकार, उन्हें तो है बस विकास की दरकार।
मतगणना की पूर्व संध्या पर लोकसभा चुनाव के महासमर में उतरे विभिन्न दलों के प्रत्याशियों से लेकर समर्थकों तक की धड़कन बढ़ी रही। क्या होगा कल, कैसा आएगा नतीजा को लेकर चर्चा-परिचर्चा में जुटे रहे। इस बीच बुधवार को जब आम मतदाताओं से चुनाव के नतीजों व नवगठित सरकार के बारे में राय ली गई तो सभी लगभग एकमत दिखे। अधिवक्ता राजेश मालवीय ने कहा कि अब तो परिणाम आने वाला है। हार-जीत को लेकर व्यर्थ में क्यों लगे। जरूरी यह है कि चाहे जिसकी भी सरकार बने सभी वर्ग के लोगों का विकास करे। व्यवसायी जितेंद्रपति तिवारी ने कहा कि आम जनता को तो बस विकास की चाह होती है। चाहे जिसकी सरकार बने जनता को जरूरी सुविधाएं मिले, बस यही अपेक्षा है। एलआईसी एजेंट अखिलेश प्रकाश पाल ने कहा कि जनता को आम जरूरत में शामिल बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य व सड़क, सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था मिलनी चाहिए। सरकार चाहे जिसकी बने इससे कोई सरोकार नहीं हैं। इसी तरह छात्र सुजीत सोनकर व छात्रा उपासना जायसवाल ने कहा कि चाहे जिस पार्टी की सरकार बने, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए। जब युवा रोजगार पाएगा तो विकास की गति तेज होगी। शिक्षक जेएस नौलखा ने भी ऐसी ही सरकार की हिमायत की जो बगैर किसी भेदभाव के सभी वर्ग के लोगों को साथ लेकर चले, रोजगार से अवसर संग जरूरी सुविधाएं सुलभ कराए।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप