आचार संहिता में फंसी करोड़ों की परियोजनाएं,निर्माण कार्य ठप
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) करोड़ों की परियोजनाएं आचार संहिता में फंस चुकी हैं
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : करोड़ों की परियोजनाएं आचार संहिता में फंस चुकी हैं। लोक निर्माण विभाग की लापरवाही से 23 सड़कों की निविदा नहीं हो सकी। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में छह करोड़ की निविदा में पेच फंस गया। इसके अलावा अन्य कई परियोजनाएं जहां-तहां ठप हो गई हैं। निर्माण एजेंसियां अब विधानसभा चुनाव का हवाला दे रही हैं।
विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगते ही अधिकारी चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। लोक निर्माण विभाग में 23 सड़कों के लिए आनलाइन टेंडर कराया गया था। विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही से टेंडर को वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया गया। वेबसाइट पर अपलोड न होने से निविदा कार्य पूर्ण नहीं हो सका। इसी बीच चुनाव आचार संहिता प्रभावी हो गई। 23 सड़कों के लिए करीब दो करोड़ रुपये अवमुक्त भी किया जा चुका था।
इसी तरह ग्रामीण अभियंत्रण सेवा में भी छह करोड़ की इंटरलाकिग कार्य के लिए निविदा निकाली गई थी। निविदा कार्य पूर्ण भी कर लिया गया था लेकिन बांड आदि प्रक्रिया तैयार करने में पेच फंसा हुआ है। औराई क्षेत्र में कई प्रोजेक्ट पर महज एक ही निविदा फार्म जमा होने पर निरस्त भी किया जा सकता है। आचार संहिता प्रभावी होने पर जहां-तहां मामला ठप पड़ गया है। यहां पर तैनात कैशियर का स्थानांतरण प्रतापगढ़ के लिए हो गया है लेकिन उन्हें अवमुक्त नहीं किया गया।
पूर्ण नहीं हो सकी 50 लाख से अधिक की परियोजनाएं
जिले में 50 लाख से ऊपर की 70 से अधिक परियोजनाएं पूर्ण नहीं हो सकी। शासन की ओर से 50 लाख की परियोजनाओं को 31 दिसंबर तक पूर्ण कराने को सख्त निर्देश दिए गए थे। अंतिम डेटलाइन खत्म हो गई लेकिन परियोजनाएं पूर्ण नहीं हो सकी। निर्माण कार्य को गति तो मिली लेकिन आचार संहिता प्रभावी होने के कारण गति धीमी हो गई।
वर्जन..
आचार संहिता में नए कार्य नहीं कराए जा सकते। पुरानी परियोजनाओं के निर्माण में कोई रोक नहीं है। चुनाव कार्य में व्यस्तता के कारण काम की गति कुछ धीमी पड़ गई है, नए कार्य नहीं हो रहे हैं। ज्यादातर परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं।
शैलेंद्र कुमार मिश्र, उप जिला निर्वाचन अधिकारी।