पंचायत चुनाव में मिली हार का बदला लेने को की थी प्रधान की हत्या
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) क्राइम ब्रांच और कोईरौना पुलिस ने बहपुरा के ग्राम प्रधान
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : क्राइम ब्रांच और कोईरौना पुलिस ने बहपुरा के ग्राम प्रधान कन्हैया लाल निषाद हत्याकांड का राजफाश किया।गुरुवार को क्षेत्र के हरिरामपुर स्थित शिव मंदिर के पास से पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तलवार, तमंचा, बाइक और तीन मोबाइल फोन बरामद किया गया। पंचायत चुनाव में मिली हार का बदला लेने के लिए ओमप्रकाश ने गांव के ही लोगों के साथ मिलकर प्रधान की हत्या कर दी थी। एसपी ने टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की।
पुलिस लाइन सभागार में गुरुवार को एसपी डा. अनिल कुमार ने मीडिया को बताया कि कोईरौना के बहपुरा गांव में 25 जनवरी को ग्राम प्रधान कन्हैयालाल निषाद की हत्या कर दी गई थी। मृतक के चाचा छोटे लाल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच के लिए अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती के नेतृत्व में टीम गठित कर दी गई। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से आरोपित फरार थे।
पुलिस टीम को जानकारी हुई कि हत्यारोपित हरिरामपुर गांव में शिव मंदिर के पास हैं और वह भागने की फिराक में हैं। टीम ने घेराबंदी कर बहपुरा गांव निवासी ओम प्रकाश ऊर्फ रमेश यादव, शेरपुर गांव निवासी आशुतोष दुबे ऊर्फ मोनू, राहुल, अरुण यादव, महेश को गिरफ्तार कर लिया। कड़ाई से पूछताछ में हत्यारोपित ओमप्रकाश ने पुलिस को बताया कि पंचायत चुनाव में प्रधान पद के लिए उसकी मां प्रत्याशी थी। चुनाव में महज 13 वोट से वह हार गईं। उसी दिन से किसी न किसी तरह से अपने घर में प्रधानी लाने के लिए योजना बना रहा था। इसी बीच उसके साथी आशुतोष दुबे से भी प्रधान से विवाद हो गया। कुछ दिन पहले उसकी जान पहचान मोनू से हो गई। मोनू कर्नाटक में एक हत्याकांड में फंसा था। इस समय जमानत पर घर आया था। इसके पश्चात प्रधान की हत्या की योजना बनाई गई।
25 जनवरी को पंचायत भवन देखकर प्रधान घर जा रहे थे। इसी बीच घेर कर प्रधान की हत्या कर दी और बाइक से फरार हो गए। टीम में स्वाट प्रभारी विनोद दुबे, सर्विलांस प्रभारी बृजेश सिंह, सर्वेश राय, नरेंद्र सिंह, तुफैलअहमद, नागेंद्र यादव आदि थे।