घरों में अदा करें नमाज, संक्रमण से बचें
देशभर में फैले कोरोना वायरस के मद्देनजर इस बार ईदगाहों में नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। लोग अपने अपने घरों में नमाज अदा करते सकते हैं। पर्व की पूर्व संध्या पर रूयते हेलाल कमेटी सहित उलेमा-ए-कराम ने लोगों से अपील करते हुए लाकडाउन के दौरान शासन प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करने का आह्वान किया है। रूयते हेलाल कमेटी के सद्र हाफिज परवेज अच्छे ने ईद की नमाज के लिए ईदगाह जाने के बजाए घरों में चाश्त की नमाज अदा करने की अपील की है। कहा कि कोरोना महामारी के कारण सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करना आवश्यक है।
जासं, भदोही : देश भर में फैले कोरोना वायरस के मद्देनजर इस बार ईदगाह व मस्जिदों में नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। लोग अपने घरों में नमाज अदा कर संक्रमण से सुरक्षित रह सकते हैं। ईद पर्व की पूर्व संध्या पर रूयते हेलाल कमेटी के सद्र सहित उलेमा एकराम ने लोगों से अपील करते हुए लॉकडाउन के दौरान शासन-प्रशासन द्वारा जारी गाइड लाइन का पूरी तरह पालन करने का आह्वान किया है।
रूयते हेलाल कमेटी के सद्र हाफिज परवेज अच्छे ने ईद की नमाज के लिए ईदगाह जाने के बजाए घरों में चाश्त की नमाज अदा करने की अपील की है। कहा कि कोरोना महामारी के कारण सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन का पालन करना आवश्यक है। कहा कि साल भर में एक बार आबाद होने वाली ईदगाहें नमाजियों के लिए तरस जाएंगी लेकिन अपनी और अन्य लोगों के जान की हिफाजत के लिए सबको यह कुर्बानी देनी पड़ेगी।
इसी तरह मदरसा शमसिया तेगिया के प्रिसिपल मौलाना फैसल हुसैन अशरफी ने कहा कि इस साल ईद की नमाज ईदगाह में नहीं होगी। इसके बदले में कोई नमाज भी नहीं है। ऐसे में लोगों को घरों में नमाजे शुक्राना या चाश्त की नमाज अदा करना चाहिए। कहा कि ईद के दिन तमाम लोग अपने-अपने घरों में रहें और लॉकडाउन का पालन करें। अल्लाह से दुआ करें कि जल्द से जल्द यह वबा (बला) हमारे मुल्क से खत्म हो ताकि हम पहले की तरह हम अपने इबादतगाहों को आबाद कर सकें।