रामलीला के पात्रों से सीख लेने की जरूरत
जागरण संवाददाता ऊंज (भदोही) रामलीला का मंचन मात्र मनोरंजन के लिए नहीं होता। इसके एक
By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 08:47 PM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 08:47 PM (IST)
जागरण संवाददाता, ऊंज (भदोही) : रामलीला का मंचन मात्र मनोरंजन के लिए नहीं होता। इसके एक पात्र का अपना अलग चरित्र है। कहीं आदर्श मां, भाई, बेटा तो किसी में पत्नी के दायित्व का कैसे निर्वहन किया जाता है, दिखाया गया है। ऐसे में हर एक पात्र से सीख लेने की जरूरत है।
क्षेत्र के सुधवैं गांव में चल रही रामलीला के समापन मौके पर आयोजित कार्यक्रम में रामलीला समिति के पदाधिकारियों व पात्रों का सम्मान करते हुए कांग्रेस के जिला सचिव सुमित सिंह सोनू ने यह बातें कहीं। सभी को अंगवस्त्रम भेंटकर व माल्यार्पण कर सम्मानित किया। इस मौके पर ग्रामप्रधान राजेंद्र प्रसाद मौर्य, अवधेश नारायण सिंह, रमेशचंद्र पाल, शिवम सिंह, प्रशांत, अनुराग दुबे, अभय मिश्र, शोले सिंह आदि थे।
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