वैश्विक मंदी से उबारने को हों एकजुट प्रयास
अखिल भारतीय कालीन निर्माता संघ (एकमा) के 59वें वार्षिक साधारण सभा की बैठक के दौरान शनिवार को मानद सचिव शाहिद हुसैन अंसारी ने एक वर्ष के कार्य का लेखा जोखा निर्यात सदस्यों के सामने रखा। इस दौरान किए गए कार्यों तथा आगामी वर्ष की योजना तथा कार्यों को लेकर मंथन किया गया। उद्योग हित में आवश्यक कदम उठाने तथा संगठन को आर्थिक रूप से मजबूत करने पर बल दिया। श्री अंसारी ने कहा कि एकजुट प्रयास से ही कालीन उद्योग को वैश्विक मंदी से उबारा जा सकता है। उद्योग को केंद्र व प्रदेश सरकार से उम्मीदें थीं लेकिन अब तक निराशा ही हांथ लगी। जीएसटी ई-वे बिल ने उद्योग की समस्याओं को बढ़ाने का काम किया।
जासं, भदोही : अखिल भारतीय कालीन निर्माता संघ (एकमा) के 59वें वार्षिक साधारण सभा की बैठक में शनिवार को मानद सचिव शाहिद हुसैन अंसारी ने एक वर्ष के कार्य का लेखाजोखा निर्यात सदस्यों के सामने रखा। आगामी वर्ष की योजना व कार्यों को लेकर भी मंथन हुआ। उद्योग हित में आवश्यक कदम उठाने तथा संगठन को आर्थिक रूप से मजबूत करने पर बल दिया। श्री अंसारी ने कहा कि एकजुट प्रयास से ही कालीन उद्योग को वैश्विक मंदी से उबारा जा सकता है। विगत वर्ष एकमा ने विदेश व्यापार, जीएसटी संबंधी समस्याओं के निदान के लिए काफी प्रयास किया। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना एक जिला-एक उत्पाद के संबंध में लखनऊ में आहूत बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष उद्योग की आवश्यकताएं बताई गईं।
कोषाध्यक्ष वेदप्रकाश गुप्ता ने आगामी वित्त वर्ष का 4.49 लाख घाटे का बजट बैठक में प्रस्तुत किया। जिसे ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि संगठन के आय का मुख्य श्रोत सदस्यता शुल्क है, जिसे समय पर भुगतान किया जाना चाहिए। इस मौके पर एकमाध्यक्ष ओएन मिश्र, उपाध्यक्ष अब्दुल हादी, संयुक्त सचिव आलोक बरनवाल, सीए केपी दुबे, पूर्व एकमाध्यक्ष राजाराम गुप्ता व पीसी जायसवाल आदि मौजूद रहे।
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मेला आयोजन को लेकर सीईपीसी की मंशा पर सवाल
भदोही : साधारण सभा की बैठक में कालीन मेला आयोजन को लेकर सीईपीसी की मंशा पर सवाल उठाए गए। एकमा अध्यक्ष ओएन मिश्र ने कहा कि उद्योग मंदी के दौर से गुजर रहा है। बावजूद इसके सीईपीसी भदोही के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। कहा कि परिषद को हर संभव सहयोग का वादा करने के बाद भी भदोही में 200 करोड़ की लागत से बने एक्सपो मार्ट में मेला आयोजन से कतरा रही है। अब्दुल हादी ने कहा कि मार्ट निर्माण से सरकार की मंशा मझोले और लघु उद्यमियों को आगे लाना था लेकिन सीईपीसी मेला आयोजन से बचने के लिए नित नए बहाने बना रही है।