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नपा की मनमानी, बारिश से बढ़ी बस्ती की परेशानी

रोज-रोज इसी सड़क से आना-जाना पड़ता है। भारी परेशानी होती है। कभी-कभी ठेला पलट जाता है। उस पर रखा सारा सामान खराब हो जाता है। मार्ग के दिन सब बहुरेंगे कुछ समझ में नहीं आता। निर्माण कराकर बस्तीवासियों को राहत देनी चाहिए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2020 05:56 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2020 05:56 PM (IST)
नपा की मनमानी, बारिश से बढ़ी बस्ती की परेशानी
नपा की मनमानी, बारिश से बढ़ी बस्ती की परेशानी

जागरण संवाददाता गोपीगंज (भदोही) : विकास कार्यों को लेकर की जा रही मनमानी नागरिकों के लिए फजीहत बन रही है। ऐसा ही नजारा दिख रहा है नगर पालिका गोपीगंज के वार्ड संख्या 22 मीरजापुर रोड से माधोरामपुर गांव को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग पर। कीचड़ व जलभराव के चलते आवागमन मुश्किल हो गया है। आलम यह है कि ठेला आदि लगाकर जीविकोपार्जन करने वाले मार्ग से जुड़े करीब 25 परिवारों के लिए ऐसी बाधा खड़ी है जिससे पार पाना आसान नहीं हैं।

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वार्ड संख्या 22 में उक्त संपर्क मार्ग निर्माण के लिए टेंडर जारी किया गया है। काम भी शुरू कराया गया लेकिन मिट्टी डालकर छोड़ दिया गया। मौजूदा समय में शुरू हो चुके बारिश से पूरे रास्ते में कीचड़ व पानी-ही-पानी हो गया है। परिवारों को आने-जाने का कोई विकल्प नहीं मिल रहा है। यहां तक कि वह अपने ठेलों को कैसे निकाले समझ नहीं पा रहे हैं। इससे उनकी रोजी-रोटी भी छिनती दिख रही है।

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- पूरे मोहल्ले के लोगों के लिए निकलना आसान नहीं रह गया है। प्रति दिन इसी मार्ग से ठेला लेकर आते-जाते हैं। काफी दिक्कत हो रही है। इसके बाद भी मार्ग के निर्माण की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

चित्र.4--काशीनाथ हलवाई

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मार्ग पर मिट्टी डालने का काम शुरू हुआ तो लगा कि अब मुश्किल आसान हो जाएगी। राहत मिलने को कौन कहे फजीहत और भी बढ़ गई है। घरों से निकलना संभव नहीं रह गया है। किससे फरियाद लगाएं कहीं सुनवाई नहीं हो रही है।

चित्र.5--शकुंतला देवी

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बारिश के चलते पूरे मार्ग पर कीचड़ ही कीचड़ कायम है। इसी मार्ग से बस्ती के लोग ठेले आदि लेकर सब्जी, फल आदि के जरिए दुकानदारी करने निकलते हैं। समझ में नहीं आ रहा है कि क्या किया जाय। सड़क बन जाती तो राहत मिलती। चित्र.6--आशा देवी

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रोज-रोज इसी सड़क से आना-जाना पड़ता है। भारी परेशानी होती है। कभी-कभी ठेला पलट जाता है। उस पर रखा सारा सामान खराब हो जाता है। मार्ग के दिन सब बहुरेंगे कुछ समझ में नहीं आता। निर्माण कराकर बस्तीवासियों को राहत देनी चाहिए।

चित्र.7--रामराज जायसवाल


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