मर्डर की गुत्थी उलझी, 12 दिन बाद भी खाली हाथ
कोतवाली क्षेत्र के नगुआ गांव में पाही पर सोते समय धारदार हथियार से की गई राधेश्याम यादव के हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस 12 दिन बाद भी नाकाम साबित हुई। जबकि घटना के बाद मौके पर पहुंचे आला अधिकारियों ने जल्द से जल्द खुलासा करने का भरोसा दिलाया था। इस बीच मृतक परिजन पिछले दिनों पुलिस अधीक्षक से मिले तथा मुख्यमंत्री सहित उच्चाधिकारियों को पत्र भेज कर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर चुके हैं। उधर पूछताछ के नाम पर अब तक कई ग्रामीणों को पुलिस हिरासत में ले चुकी है। अनवरत हो रही पूछताछ से लोगों में दहशत है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस लोगों को नाहक तंग कर रही है जबकि हत्यारे खुली हवा में सांस ले रहे हैं।
जागरण संवाददाता, भदोही : पाही पर सोते समय धारदार हथियार से की गई दूध विक्रेता राधेश्याम यादव की हत्या की गुत्थी उलझ गई है। 12 दिन बाद भी पुलिस किसी ठोस नतीजे में नहीं पहुंच सकी है। कोतवाली क्षेत्र के नगुआ गांव में हुई वारदात के बाद सपाइयों ने भी आवाज बुलंद की है। वारदात के बाद मौके पर पहुंचे आला अधिकारियों ने जल्द खुलासे की बात कही थी। लेकिन मृतक के परिजनों को सिर्फ आश्वासन मिला। कार्रवाई कुछ भी दिखाई नहीं पड़ रही है। खुलासे को पीड़ित लगा रहे फरियाद
पीड़ित खुलासे के लिए फरियाद लगा रहे हैं। वे एसपी से मिल चुके हैं। मुख्यमंत्री सहित पुलिस उच्चाधिकारियों को पत्र भेज कर हत्यारों को सलाखों के पीछे धकेलने की मांग कर चुके हैं। पूछताछ के नाम पर कई ग्रामीणों को पुलिस हिरासत में ले चुकी है। पूछताछ से लोगों में दहशत है। आरोप है कि पुलिस लोगों को तंग कर रही जबकि हत्यारे घूम रहे हैं। पूछताछ तक सीमित हुई कार्रवाई
20 जून की रात हुई हत्या के बाद मौके पर पहुंची क्राइम ब्रांच और डाग स्क्वायड टीम ने जल्द खुलासे के लिए कहा था। मामले में चंद्रेश की तहरीर पर प्रधान सहित गांव के सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। बुधवार को मृतक परिजनों ने एसपी से मुलाकात की थी लेकिन परिणाम शून्य रहा। कोतवाल श्रीकांत राय का कहना है कि घटना के बाद से ही पुलिस छानबीन कर रही है। कई लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। अतिशीघ्र घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।