800 प्रवासी लौटे, रोकी आर्थिक सहायता
वैश्विक महामारी को लेकर घोषित लॉकडाउन में ढील मिलते ही बड़ी संख्या में लोग महाराष्ट्र दिल्ली सहित अन्य प्रांतों से गांव आ गए थे। संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है इसके बाद भी अधिसंख्य लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए महानगरों की ओर रवाना हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : प्रधानमंत्री आर्थिक सहायता योजना का लाभ अगर प्रवासियों को लेना है तो उन्हें अपने घर पर ही रहना पड़ेगा। प्रशासन ने तय किया है कि जो लोग वापस महानगरों में लौट जा रहे हैं, उन्हें सहायता राशि बिल्कुल नहीं दी जाए। प्रशासन की इस शर्त पर जिले से 800 प्रवासियों की किस्त रोक दी गई है। उनका नाम काटा जा रहा है और पूरी सूची अपडेट की जा रही है। नए सिरे से फीडिग चल रही है। बता दें कि वैश्विक महामारी को लेकर घोषित लॉकडाउन में ढील मिलते ही बड़ी संख्या में लोग महाराष्ट्र, दिल्ली सहित अन्य प्रांतों से गांव आ गए थे। संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, फिर भी अधिसंख्य लोग रोजी-रोटी के लिए महानगरों की ओर रवाना हो रहे हैं।
-
22 हजार प्रवासियों को मिलना था लाभ
प्रशासन की मानें तो जिले में करीब 22,000 प्रवासी आए थे। शासन की ओर से प्रत्येक प्रवासियों को एक-एक हजार रुपये आर्थिक सहायता देने की योजना थी। करीब 11,000 प्रवासियों के खाते में एक किस्त पहुंच चुकी है। सूची फाइनल हो चुकी है। फीडिग भी कराई जा चुकी है। एक-दो दिन में प्रवासियों के खाते में आर्थिक सहायता भेजने की तैयारी चल रही है।
-
आंकड़ों में प्रवासी
36,000 : प्रवासी आए हैं महानगरों से
10,000 : अपात्र लाभार्थी मिले
10,525 : लोगों को पहली किस्त मिली
11,400 : प्रवासियों को और मिलना है लाभ
800 : प्रवासी लौट चुके हैं महानगरों में
-
जो प्रवासी वापस चले जा रहे हैं उन्हें योजना का लाभ नहीं मिलेगा। बड़ी संख्या में लोग महानगरों की ओर वापस हो रहे हैं। ऐसे लोग चिह्नित किये जा रहे हैं। भुगतान पर भी रोक लगा दी गई है।
-शैलेंद्र कुमार मिश्रा, एडीएम