तीन के खिलाफ एफआइआर, वसूले 36 लाख
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के बालाजी से मिली फटकार का असर शनिवार को तड़के देखने को मिला। विजलेंस टीम के साथ स्थानीय अधिकारियों ने कई मोहल्लों में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान विद्युत चोरी में सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया गया हालांकि चार ने आनन फानन में बकाया जमा कर एफआईआर से मुक्ति पाई लेकिन तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इस दौरान अलग अलग स्थानों पर हुई जांच के दौरान 40 बकाएदारों की बत्ती गुल की गई जबकि 60 लोगों ने एक मुश्त ब्याज माफी योजना (ओटीएस) के तहत पंजीकरण कराया। शनिवार को बकाया वसूली में भी उछाल देखने को मिला। इस दौरान 36 लाख की वसूली की गई। विभागीय अधिकारियों के अनुसार अब इसी तरह अभियान चलाया जाएगा।
जासं, भदोही: पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के बालाजी से मिली फटकार का असर शनिवार को देखने को मिला। विजिलेंस टीम के साथ अधिकारियों ने कई मोहल्लों में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान विद्युत चोरी में सात के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश दिया। आनन-फानन बकाया जमा करने पर तीन के खिलाफ मामला दर्ज नहीं कराया गया। जांच के दौरान 40 बकाएदारों की बत्ती गुल की गई जबकि 60 लोगों ने एक मुश्त ब्याज माफी योजना (ओटीएस) के तहत पंजीकरण कराया। 36 लाख की वसूली की गई। विभागीय अधिकारियों के अनुसार अब इसी तरह अभियान चलाया जाएगा।
स्टेशन रोड स्थित एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान में जनपद के समस्त विद्युत अधिकारियों के साथ एमडी ने समीक्षा बैठक की थी। ओटीएस में पंजीकरण की बेहद खराब स्थिति पर मातहतों को जमकर फटकार लगाई थी। बकाया न जमा करने व पंजीकरण में हीलाहवाली करने वालों के कनेक्शन काटने का आदेश दिया था। विद्युत चोरी करने वालों के खिलाफ एफआईआर व रूटीन वसूली सौ फीसद करने का फरमान जारी किया था। इसका प्रभाव शनिवार को उस समय देखने को मिला जब विभागीय टीम भोर में पांच बजे ही जमुंद कोटबाडा पहुंच गई। इस दौरान लोगों को जगाकर चेकिग की गई। तड़के विजिलेंस टीम की छापेमारी से लोगों में हड़कंप मच गया। स्टेशन रोड, मेनरोड पर भी सुबह सुबह जांच की गई। इसके अलावा अवर अभियंताओं ने अपने अपने क्षेत्रों भी अभियान चलाकर जांच की। इसका परिणाम भी देखने को मिला। एक्सइएन रामकुमार ने बताया कि विद्युत चोरी में सात लोगों को पकड़ा गया था जिसमें चार ने बकाया भुगतान कर दिया जबकि तीन के खिलाफ विभागीय थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। टीम में विजिलेंस इंस्पेक्टर ब्रिजेश सिंह, एसडीओ एके सिंह, अवर अभियंता प्रमोद चौहान, हरिशंकर कुशवाहा आदि थे।