तहसीलों पर गरजे लेखपाल, छोड़ा काम
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बुधवार को दूसरे दिन भी कार्य बहिष्कार कर लेखपालों ने तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान अपनी मांगों को लेकर दिन भर आवाज बुलंद करते रहे। राज्यपाल को संबोधित मांग पत्र उपजिलाधिकारी आशीष कुमार मिश्रा को सौंपा गया। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर- भदोही : वेतन विसंगति को दूर करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलित लेखपालों ने बुधवार को भी सभी तहसीलों पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने कोई कार्य नहीं किया। इससे तहसीलों में पहुंचे लोगों को बगैर कार्य कराए वापस लौटना पड़ा।
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ 8 सूत्रीय मांगों को लेकर काफी दिनों से आंदोलित है। ज्ञानपुर तहसील पर जुटे लेखपालों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया। कहा कि कई माह से मांगों को लेकर आवाज बुलंद की जा रही है, लेकिन शासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। अब वह आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। 12 दिसंबर को कलेक्ट्रेट पर होने वाले प्रदर्शन में पूरे जिले के लेखपालों से पहुंचने पर जोर दिया गया। इसी तरह भदोही तहसील परिसर में सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक नारेबाजी करते हुए लेखपालों ने प्रदर्शन किया। तहसील अध्यक्ष प्रियानंद श्रीवास्तव ने कहा कि उनकी मांगों को अनसुनी किया जा रहा है। ऐसे में आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। बताया कि तहसील स्तरीय तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन के बाद 13 से 26 दिसंबर तक जनपद मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इस क्रम में 27 दिसंबर को प्रदेश के समस्त लेखपाल लखनऊ विधानसभा का घेराव करेंगे। आगामी कार्यक्रमों से मंगलवार को ही एसडीएम को अवगत करा दिया गया था। इस मौके पर कामेश्वर मिश्र, आनंद कुमार कश्यप, सिद्धिनाथ, रामगिरी, घनश्याम वर्मा, मोहनलाल, अखिलेश तिवारी, केशरी नंदन, आशीष आदि थे।