विविधता में एकता, भारतीय संस्कृति की पहचान
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) कौमी एकता सप्ताह का पांचवां दिन सोमवार सांस्कृतिक एकता
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : कौमी एकता सप्ताह का पांचवां दिन सोमवार सांस्कृतिक एकता दिवस के रूप में मनाया गया। काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर में बीएड विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में अपनी पुरातन संस्कृति को सहेजने व संरक्षित करने पर जोर दिया गया।
कहा गया कि भारत बहुलतावादी संस्कृति का देश है। जहां विभिन्न भाषा, धर्म, जाति एवं संप्रदाय के लोग रहते हैं। इतनी विविधता के बाद भी आपसी सामंजस्य, प्रेम व समरसता हमारी विशेषता है। मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में प्राचार्य डा. पीएन डोंगरे ने कहा कि हमारे देश में संस्कृतियों के बीच अच्छा समन्वय है। हिदी विभागाध्यक्ष डा. किरण शर्मा ने कहा कि हमारे व्यवहार व संस्कृतियां अभिन्न रूप से जुड़े हुए हैं। विवाह संस्कार के बारे में विस्तार से चर्चा की। जंतु विज्ञान विभागाध्यक्ष डा. शुभा श्रीवास्तव ने भारत की संस्कृति को विदेशियों द्वारा अपनाए जाने के बारे में बताया। बीएड विभागाध्यक्ष डा. जयप्रकाश शर्मा ने अतिथियों का परिचय कराया। संचालन डा. मंजुल गुप्ता ने किया। डा. संतोष आर्य, डा. रोशन प्रसाद, डा. मोनिका सरोज, डा. लोकपति त्रिपाठी, डा. प्रतीक उपाध्याय, डा. अमित गोयल, डा. संजय कुमार, जयसिंह यादव, डा. विनय मिश्र, डा. सुशील कुमार आदि ने विचार साझा किए।