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गर्म कपडों की कीमत बढ़ने से ग्राहक परेशान

ठंड ने धीरे- धीरे रफ्तार पकड़ना शुरू कर दिया है। इसी के साथ गर्म कपड़ों की खरीदारी भी शुरू हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 11:32 PM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2020 11:32 PM (IST)
गर्म कपडों की कीमत बढ़ने से ग्राहक परेशान
गर्म कपडों की कीमत बढ़ने से ग्राहक परेशान

जासं, भदोही : ठंड ने धीरे- धीरे रफ्तार पकड़ना शुरू कर दिया है। इसी के साथ गर्म कपड़ों की खरीदारी भी शुरू हो गई है। महामारी के कारण नए माल की आवक प्रभावित होने के कारण कीमत में उछाल देखा जा रहा है। पिछले साल की अपेक्षा कीमत में 15 से 20 फीसद वृद्धि हुई है। इसके चलते ग्राहकों के सामने समस्या उत्पन्न हो गई है। ग्राहकों की कम आमद से दुकानदार भी चितित हैं। स्थापित शो रूम व दुकानों की अपेक्षा फुटपाथ पर जगह- जगह लगी अस्थाई दुकानों से लोग खरीदारी कर रहे हैं।

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ठंड में वृद्धि होने के बावजूद गर्म कपडों की दुकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। नवंबर माह का अंतिम सप्ताह चल रहा है। बावजूद इसके खरीदारी न होने से दुकानदारों की चिता बढ़ गई है। दुकानदारों का कहना है कि इक्का- दुक्का ग्राहक ही निकल रहे हैं जबकि नवंबर के दूसरे सप्ताह से ही खरीदारी में तेजी आ जाती थी। बच्चों के लिए गर्म कपड़ों की कुछ लोग खरीदारी कर रहे हैं लेकिन इससे दुकानदार संतुष्ट नहीं हैं। कंबल, ब्लैंकेट, रजाई, गद्दा, शाल, स्वेटर, जैकेट आदि के विक्रेता शुभम वर्मा का कहना है कि जिस प्रकार से दुकानदारी होनी चाहिए वैसी नहीं हो रही है। बताया कि ग्राहक तो आ रहे हैं लेकिन बाजार में तेजी नहीं है। उधर कटरा बाजार, स्टेशन रोड, मेनरोड सहित अन्य बाजारों स्थित गर्म कपड़ों की दुकानों पर भी ग्राहकों की आमद तो हो रही है लेकिन खरीदारी के प्रति लोगों में अधिक रूचि नहीं है। पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन बंद होने से परेशानी

जागरण संवाददाता, जखनियां (गाजीपुर): कोरोना काल से ही वाराणसी व मऊ रूट पर पैसेंजर ट्रेनों के बंद होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जखनियां से वाराणसी हो या मऊ तक जाने के लिए कोई साधन नहीं है। साधन संपन्न लोग अपने निजी वाहन से आवागमन कर रहे हैं। छठ जैसे प्रमुख त्योहार पर महानगरों से आने वालों को परेशानी होती है। साथ ही रोगियों को भी बेहतर उपचार करवाने के लिए मऊ या वाराणसी तक जाने के लिए एकमात्र ट्रेन ही सहारा है। जबकि जखनियां से सरकारी बसों का संचालन भी नहीं किया जाता है। सोमनाथ पांडेय, कन्हैया यादव, दुर्गा प्रसाद, अच्छेलाल चौहान, मिटू पांडेय सहित व्यापारियों ने रेल प्रशासन से इस रूट पर पैसेंजर ट्रेनों को चलाने की मांग की है।


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