होम्योपैथिक इलाज में नियमित दवा के साथ परहेज जरूरी
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति में असाध्य रोगों का भी इलाज संभव
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति में असाध्य रोगों का भी इलाज संभव है। नियमित उपचार के साथ परहेज रखना जरूरी है। बुधवार को दैनिक जागरण के हैलो डाक्टर कार्यक्रम में मौजूद होम्योपैथ चिकित्सा अधिकारी डा. निलेश जायसवाल ने स्वास्थ्य संबंधित सवालों पर जानकारी दी। वह लोगों के सवालों का जवाब दे रहे थे। कहा कि होम्योपैथिक इलाज से बीमारी की जड़ ही समाप्त हो जाती है। सेहतमंद रहने के टिप्स भी दिए। सवाल : धूल-गर्द से छींक अधिक आती है, कारगर दवा क्या है।
जवाब : यह एलर्जी का लक्षण है। वैसे नाक में हड्डी बढ़ने से भी छींक अधिक आती है। नजदीकी राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल में चिकित्सक से परामर्श लेकर इलाज कराएं तो दिक्कत दूर हो जाएगी।
सवाल : लीवर में काफी दिनों से सूजन है, कोई कारगर दवा बताएं।
जवाब : लीवर में सूजन आना गंभीर विषय है। जांच कराएं और तलीय पदार्थ व मदिरा आदि का सेवन नहीं करें। होम्योपैथ विशेषज्ञ चिकित्सक को दिखाकर परामर्श लें। जरूरी जांच कराकर उपचार कराएं। सवाल : दोनों गुर्दों में पथरी है। होम्योपैथिक इलाज के बाद भी लाभ नहीं मिला।
जवाब : होम्योपैथिक इलाज में तत्काल लाभ मिलना संभव नहीं है। लंबे समय तक नियमित उपचार की आवश्यकता होती है। चिकित्सक से संपर्क कर उपचार कराएं नहीं भविष्य में दिक्कत बढ़ सकती है। सवाल : पैरों में कमजोरी और ऐठन रहती है। हमें क्या करना चाहिए।
जवाब : पर्याप्त पानी का सेवन करें। हीमोग्लोबिन की जांच कराएं। खान-पान पर ध्यान दें, क्योंकि शारीरिक की कमजोरी से दिक्कतें होती हैं। इसके बाद भी समस्या बनी रहे तो चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार कराएं। सवाल : होम्योपैथ में हार्ट से संबंधित कारगर दवाएं हैं अथवा नहीं।
जवाब : होम्यापैथ विधि अच्छी है। रक्त जांच से स्पष्ट होगा कि हार्ट में दिक्कत क्या है। अगर हार्ट में खून को साफ करने की क्षमता कम है तो फिर आपरेशन ही बेहतर होगा। अच्छे चिकित्सक से सलाह लेकर उपचार कराएं। सवाल : सांस फूलने की दिक्कत है। बहुत दवा करने पर भी आराम नहीं मिला।
जवाब : सांस संबंधित दिक्कत कई तरह की होती है। होम्योपैथ में अच्छी दवाएं हैं। चिकित्सक से सलाह लेकर उपचार कराएं। राहत मिलेगी। सवाल : गठिया रोग से परेशान हैं। उठने-बैठने में बहुत दिक्कत होती है। पैर के घुटने में भी दर्द होता है।
जवाब - अच्छे चिकित्सक से परामर्श लेकर होम्योपैथिक दवाओं का सेवन करें। राहत मिलेगी। दूध दही समेत अन्य कैल्शियम युक्त पदार्थों का सेवन करें। नमक का सेवन कम करें। अचार खटाई से परहेज रखें।
-------------
इन्होंने किए सवाल : राम प्रसाद पांडेय मोढ़, अशोक कुमार श्रीवास्तव फत्तूपुर, विजय लाल यादव मनीपुर इटहरा, अनुपम अग्रवाल गोपीगंज, विवेक कुमार श्रीवास्तव हरियांव, संतोष कुमार चौरी रोड भदोही, शफी अहमद गोरखपुर, रत्नेश सिंह चहरपुर व आकाश ओझा निवासी छतमी भदोही।