माटी कला में निपुण कारीगरों को छूट पर ऋण देगी सरकार
माटी कला के कारीगरों को अनुदान पर ऋण देगी सरकार
माटी कला में निपुण कारीगरों को छूट पर ऋण देगी सरकार
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : मिट्टी के बर्तन, खिलौने, मूर्तियों से लेकर घरेलू उपयोग की अन्य वस्तुओं का निर्माण कर जीविकोपार्जन करते हैं। रोजगार को विस्तार देना चाहते हैं। आर्थिक तंगी के चलते रोजगार को बढ़ा नहीं पा रहे हैं। पैसा न होने से कदम पीछे खींचना पड़ रहा है। अब यह समस्या नहीं आएगी। माटी कला से जुड़कर स्वरोजगार करना चाहते हैं तो सरकार आपकी सुविधा के लिए ऋण उपलब्ध कराने को तैयार है। इतना ही नहीं प्रोजेक्ट के पूंजीगत मद में 25 फीसद तक अनुदान भी मुहैया कराया जाएगा। बस जरूरत है तो जिला ग्राद्योद्योग विभाग से जुड़कर योजना की जानकारी हासिल करने व ऋण के लिए आवेदन करने की।
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क्या है योजना
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने व ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक व्यक्तियों को स्थानीय स्वरोजगार उपलब्ध कराने के दृष्टिगत उ.प्र. माटीकला बोर्ड के तहत मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजनांतर्गत स्वरोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। अधिकतम 10 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पर पूंजीगत मद में 25 फीसद अनुदान देने का प्रविधान है।
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किसे मिलेगा लाभ
ग्रामीण क्षेत्रों में माटीकला शिल्पकार जो माटी निर्मित प्रतिमा, खिलौने, बर्तन, नरिया, थपुआ, सुराही, जग कुल्हण, पुरवा आदि गृह उपयोगी एवं कलात्मक वस्तुएं बनाते हैं। ऐसे शिल्पकारों को बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। लाभार्थी जिनकी आयु 18 से 55 वर्ष के मध्य हो, वह 15 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। जिला ग्रामोद्योग अधिकारी अमितेश कुमार सिंह ने बताया कि योजना से लाभान्वित करने के लिए आवेदन पत्र जमा कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। लोग योजना से जुड़कर लाभ उठा सकते हैं।