एक फीट बढ़ीं गंगा, 193 गांवों के लिये बनाई 24 बाढ़ चौकियां
एक पखवारे से हो रही लगातार बारिश को देखते हुए जल प्लावन से प्रभावित गांवों पर चौकसी के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। जिले में 24 बाढ़ चौकियों से जल प्लावन प्रभावित 193 गांवों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। बारिश शुरू होते ही प्रभावित गांवों की धड़कन बढ़ जाती है।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : एक पखवारे से हो रही लगातार बारिश को देखते हुए जल प्लावन से प्रभावित गांवों पर चौकसी की तैयारी है। जिले में 24 बाढ़ चौकियों से जल प्लावन प्रभावित 193 गांवों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। बारिश शुरू होते ही प्रभावित गांवों की धड़कन बढ़ जाती है। जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने बाढ़ से निबटने के लिए विभागीय अधिकारियों से पूरी तैयारी की रिपोर्ट मांगी है। इन गांवों में जल प्लावन किसी नदी अथवा नाले से नहीं बल्कि बारिश की पानी से होता है। ग्रामीणों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। जहां पशुओं के चारे की दिक्कत हो जाती है वहीं कच्चे मकान जमींदोज होते हैं। बाढ़ प्रभावित इन गावों की सुरक्षा को लेकर पहले ही प्रशासनिक तैयारी कर ली जाती है।
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बचाव को होंगे इंतजाम
24 : बाढ़ चौकी
5 : गोताखोर
100 : छोटी नाव
64 : बड़ी नाव
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ब्लाक वाइज गांवों में बनी बाढ़ चौकियां
भदोही : सर्रोई, मुंसीलाटपुर, तुलसीचक व मईहरदोपट्टी
ज्ञानपुर : रमईपुर, मतेथु, कसियापुर, श्रीकांतपुर और भगवानपुर
औराई : डेरवां, खमरिया, द्वारिकापुर व सहसेपुर
डीघ : धनतुलसी, लखनपुर, भदरांव, कटरा, इटहरा, कलिजरा, इनारगांव व बिहरोजपुर
सुरियावां : करियांव, अबरना, सांडा व रामनगर
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खत्म हुआ 76 ड्रेनों का वजूद
बारिश के दिनों में जल निकासी की व्यवस्था न होने से जल प्लावन की स्थिति उत्पन्न होती है। सिचाई विभाग के रिकार्ड में विकास खंड औराई में 13, भदोही में 20, सुरियावां में 15, ज्ञानपुर में नौ तथा डीघ में 19 ड्रेन बनाए गए हैं। इनकी स्थिति क्या है खुद महकमा भी इससे अंजान है। किसानों ने ड्रेन को खेतों में मिला लिया है।
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टूटा बिहरोजपुर का बांध तो डूबेंगे कई गांव
जनपद में गंगा की बाढ़ से बचने के लिए छह दशक पूर्व बिहरोजपुर से लेकर गुलौरी गांव तक बांध बनाया गया है। इस बांध में जगह-जगह दरार पड़ गए हैं। यही नहीं खनन माफिया बांध के आस-पास से मिट्टी भी निकाल लिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब से बांध बनाया गया है तब से अब तक इस बांध का मरम्मत नहीं कराया गया है। कई स्थानों पर तो दरारें आ गई हैं। महकमा जानते हुए भी अंजान बना हुआ है। बांध टूटा तो सैकड़ों गांव गंगा में समा जाएंगे।
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बढ़ रहा गंगा का जलस्तर
एक पखवारे से लगातार हो रही बारिश से गंगा जल स्तर में वृद्धि रिकार्ड की गई है। दो दिनों में एक फीट गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। गंगा में जल स्तर बढ़ने से तटवर्ती क्षेत्र के लोगों की धड़कन बढ़ गई है। हालांकि अभी गंगा खतरे के निशान से बहुत नीचे हैं। गंगा में जल स्तर बढ़ने से विकास खंड डीघ के छेछुआ भुर्रा सहित कई गांव प्रभावित होते हैं। कटान होने से किसानों की कई एकड़ भूमि गंगा में समा चुकी है। केंद्रीय जल आयोग की रीडिग कार्यालय के अनुसार रविवार को गंगा का जलस्तर सामान्य से एक फीट अधिक था। दिनेश पटेल ने बताया कि टोंस नदी का पानी गंगा में आने से जल स्तर बढ़ा है।