पांच हजार किसानों को नहीं मिला ऋणमाफी योजना का लाभ
जिले में 5550 कृषकों को शासन की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल ऋण मोचन योजना का लाभ नहीं मिल पाया। आलम यह रहा कि बैंक प्रबंधकों ने बगैर खाताधारकों को सूचित किए उनके खाते में क्रेडिट- डेविट कर दिया।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही): जिले में 5,550 कृषकों को शासन की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल ऋण मोचन योजना का लाभ नहीं मिल पाया। आलम यह रहा कि बैंक प्रबंधकों ने बगैर खाताधारकों को सूचित किए उनके खाते में क्रेडिट- डेविट कर दिया। धीरे-धीरे एक साल से अधिक गुजर गए लेकिन किसान अब भी आस लगाए हुए हैं। विभाग से लेकर बैंक तक चक्कर काट रहे हैं।
शासन की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल ऋण मोचन योजना का लाभ अभी भी किसानों को नहीं मिल पाया है। रिकार्डो पर गौर किया जाए तो जिले में एक लाख 67 हजार कृषक हैं। जिसमें लगभग एक लाख 60 हजार लघु एवं सीमांत कृषक हैं। ऋण मोचन योजना के अंतर्गत 21,966 कृषकों को आच्छादित किया जाना था। इस योजना के तहत पहले चरण में 3,554 जबकि द्वितीय चरण में 4,154 कृषक लाभान्वित हो चुके हैं। इसी तरह तीसरे चरण में भी करीब चार हजार कृषकों को लाभान्वित कराया जा चुका है। बावजूद इसके छह हजार से अधिक ऐसे किसान हैं जिन्हें बैंक कर्मियों के तिकड़म से करारा झटका लगा है। इसमें 17 सौ से अधिक ऐसे किसान हैं जिनके खाते में बैंक कर्मियों ने क्रेडिट- डेबिट कर दिया है। इतने समय बीत जाने के बाद भी किसानों की आस कम होती नहीं दिख रही है। वह अभी भी विभाग से लेकर बैंक तक चक्कर काट रहे हैं।
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पांच हजार से अधिक किसानों को योजना के लाभ से नहीं मिल पाया है। जिलाधिकारी के माध्यम से शासन को पत्र भेजा गया है था। शासन ने यह कहते हुए वापस कर दिया कि बैंक और तहसील से एक बार फिर जांच करा लीजिए। सत्यापन कर फिर से डिमांड भेजा जाएगा।
अरविद कुमार, उप कृषि निदेशक।