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चौबीस घंटे में बढ़ा 74 सेमी गंगा जलस्तर, मुश्किल में कल्पवासी

हरिद्वार नरौरा व कानपुर बैराज से छोड़े गए अतिरिक्त पानी की वजह से लगातार गंगा जलस्तर बढ़ रहा है। रविवार को सामान्य दिनों के सापेक्ष जलस्तर बढ़कर 67.560 मीटर पर पहुंच गया था। बढ़ाव से सेमराधनाथ में चल रहे मेला में कल्पवास कर रहे श्रद्धालुओं की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 05:13 PM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 05:13 PM (IST)
चौबीस घंटे में बढ़ा 74 सेमी गंगा जलस्तर, मुश्किल में कल्पवासी
चौबीस घंटे में बढ़ा 74 सेमी गंगा जलस्तर, मुश्किल में कल्पवासी

जागरण संवाददाता, ऊंज (भदोही) : हरिद्वार, नरौरा व कानपुर बैराज से छोड़े गए अतिरिक्त पानी की वजह से लगातार गंगा जलस्तर बढ़ रहा है। रविवार को सामान्य दिनों के सापेक्ष जलस्तर बढ़कर 67.560 मीटर पर पहुंच गया था। बढ़ाव से सेमराधनाथ में चल रहे मेला में कल्पवास कर रहे श्रद्धालुओं की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कल्पवासियों का कहना है कि यदि इसी तरह से जलस्तर बढ़ता रहा तो स्थिति बिगड़ सकती है। जलस्तर बढ़ने से कल्पवासियों की सुरक्षा को देखते हुए पांच कल्पवासी शिविर (टेंट) का स्थल परिवर्तित कर दिया गया।

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सेमराधाधाम में शुक्रवार की रात ही गंगा के जलस्तर में वृद्धि हो गई थी। अचानक पानी बढ़ने व कल्पवासियों के टेंट में पानी पहुंचने से खलबली मच गई थी। लोगों को एकबारगी समझ में नहीं आया कि माजरा क्या है। पानी से मेला स्थल तक पहुंचने वाला रास्ता डूब गया। दो दिनों से जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सीतामढ़ी स्थित केंद्रीय जल आयोग की रीडिग के अनुसार दो दिन पूर्व 66.800 मीटर पर जलस्तर दर्ज किया गया था जबकि रविवार को यह बढ़कर 67.560 मीटर पर पहुंच गया।

स्वामी करुणादास जी महाराज ने बताया कि रात में अचानक गंगा जलस्तर में वृद्धि हो गई थी। गंगा तट पर स्थित टेंट में पानी घुस गया है। कल्पवासियों की सुरक्षा को देखते हुए पांच कल्पवासी टेंट को हटाकर ऊंचाई की ओर कर दिया गया है। उधर रास्ते पर भी पानी चढ़ जाने से कल्पवासियों को आने-जाने में दिक्कत उठानी पड़ रही है। जलस्तर को देख प्रशासन स्तर पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।


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