आयकर स्लैब पांच लाख होने से छोटे, मझोले उद्यमियों को राहत
केंद्र सरकार के अंतरिम बजट में आयकर स्लैब के संबंध में की गई घोषणा का कालीन उद्यमियों ने स्वागत किया है। एकमा व सीईपीसी द्वारा इसके लिए काफी दिनों से मांग की जा रही थी। बजट से पूर्व भी कालीन उद्यमियों ने इसे प्रमुखता से उठाया था। उद्यमियों के अनुसार इसका लाभ विशेषकर छोटे व मझोले व्यापारियों को मिलेगा।
जासं, भदोही : केंद्र सरकार के अंतरिम बजट में आयकर स्लैब के संबंध में की गई घोषणा का कालीन उद्यमियों ने स्वागत किया है। एकमा व सीईपीसी द्वारा इसके लिए काफी दिनों से मांग की जा रही थी। बजट से पूर्व भी कालीन उद्यमियों ने इसे प्रमुखता से उठाया था। उद्यमियों के अनुसार इसका लाभ विशेषकर छोटे व मझोले व्यापारियों को मिलेगा।
अंतरिम बजट के दौरान वैसे तो सरकार ने हर वर्ग को राहत प्रदान करने का काम किया है लेकिन कालीन उद्यमियों की बहुप्रतिक्षित मांग आयकर स्लैब में वृद्धि की मांग पूरी कर मुंह मांगी मुराद दे दी है। इसका कालीन उद्योग को संगठनों सहित उद्यमियों ने स्वागत किया है। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के वरिष्ठ प्रशासनिक सदस्य उमेश कुमार गुप्ता मुन्ना का कहना है कि आयकर स्लैब बढ़ाकर पांच लाख करने से छोटे म झोले उद्यमियों को काफी राहत मिली है। कहा कि छोटे व्यापारी आयकर की ¨चता से मुक्त हो गए जो कि व्यवसाय के लिए शुभ संकेत है। हालांकि जीएसटी के सरलीकरण तथा अन्य मांगों पर भी सरकार को पहल करने की जरूरत है।
इसी तरह एकमा के पूर्व मानद सचिव पीयूष बरनवाल ने इसे स्वागत योग्य कदम बताते हुए कहा कि उद्योग व जीएसटी से संबंधित अन्य घोषणाएं भी राहत प्रदान करने वाली हैं लेकिन अभी इनके प्रावधान स्पष्ट नहीं है। कहा कि ग्रामीण रोजगार सहित अन्य योजनाओं के संबंध में सरकार का रुख तो सकारात्मक है पर इसकी प्रक्रिया क्या होगी यह साफ होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। इसी तरह एकमा के उपाध्यक्ष अब्दुल हादी, मानद सचिव हाजी शाहिद हुसैन, वरिष्ठ निर्यातक जेपी गुप्ता आदि ने भी आयकर स्लैब में वृद्धि का स्वागत किया है।