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निर्यात प्रभावित होने की आशंका से उद्यमियों की उडी नींद

जासं भदोही लंबे समय के बाद पटरी पर आया कालीन व्यवसाय मौसम की बेरुखी का शिकार हो गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 07:18 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 07:18 PM (IST)
निर्यात प्रभावित होने की आशंका से उद्यमियों की उडी नींद
निर्यात प्रभावित होने की आशंका से उद्यमियों की उडी नींद

जासं, भदोही : लंबे समय के बाद पटरी पर आया कालीन व्यवसाय मौसम की बेरुखी का शिकार हो गया। कोरोना काल से पहले मिले आर्डर के माल तैयार कराने में जुटे निर्यातकों के सामने बारिश ने बाधा उत्पन्न कर दी है। एक तरफ जहां उत्पादन ठप हो गया है वहीं पहले से तैयार कालीनों की फिनिशिग व पैकिग का काम प्रभावित हो गया है। अधिक बारिश को लेकर मौसम विभाग की ओर से जताई जा रही आशंका ने निर्यातकों के माथे पर बल डाल दिया है। निर्यातकों का कहना है कि मौसम ने साथ नहीं दिया तो पुराने आर्डर के माल तैयार कर समय से निर्यात करना मुश्किल हो जाएगा। माल भेजने में अधिक विलंब हुआ तो आर्डर भी रद किए जा सकते हैं।

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कोरोना के चलते अप्रैल माह से कालीन व्यवसाय ठप था। 90 फीसद निर्यात प्रतिष्ठानों व कालीन कारखानों में ताले लग गए थे। पिछले माह हालात सुधरने के बाद लंबित कार्यों को पूरा करने में लोग जुटे थे। निर्यातक पुराने आर्डर के माल तैयार कर जल्द से जल्द गोदाम खाली करना चाहते थे लेकिन बारिश ने विघ्न डाल दिया। बुनकरों के अभाव में जहां पहले से उत्पादन प्रभावित है वहीं कुछ कारखानों में चल रहा काम भी बारिश के कारण रुक गया है। कालीनों की फिनिशिग, पैंकिग का काम ठप होने से समस्या बढ गई है। कालीन निर्यातक श्याम नारायण यादव का कहना है कि कंपनियां खुलने के बाद पुराने आर्डर के माल तैयार कराने में जुटे थे लेकिन बारिश ने हाथ रोक लिए हैं। कहा कि बारिश का सिलसिला देर तक चला तो निर्यात प्रभावित होना तय है। इसी तरह निर्यातक राजेंद्र मौर्या का कहना है कि अमेरिका व यूरोपीय बाजार खुल गए हैं। माल भेजने के लिए आयातकों का दबाव बना हुआ है।


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