जान हथेली पर रखकर काम करते हैं बिजली कर्मचारी
विद्युत विभाग जर्जर संसाधनों को बदलने व कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने में फिसड्डी है। य
जागरण संवाददाता, भदोही : विद्युत विभाग जर्जर संसाधनों को बदलने व कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने में फिसड्डी है। यही कारण है कि आए दिन लाइनमैन करंट की जद में आकर झुलस जाते हैं। कुछ तो कार्य के दौरान करंट लगने से जान भी गंवा चुके हैं लेकिन विभागीय अधिकारी इससे सबक नहीं लेते। इसी तरह विद्युत विभाग के विभिन्न कार्य करने वाली कार्यदायी संस्थाएं भी कर्मचारियों की सुरक्षा व सुविधा के प्रति उदासीन हैं। जो गंभीर चिता का विषय है। गुरुवार को सिविल लाइन सब स्टेशन पर संविदा कर्मचारी नारायण यादव के साथ हुई घटना के बाद समस्त विद्युत कर्मचारी आक्रोश में हैं।
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चार साल पहले हुई थी कर्मचारी की मौत सुरक्षा उपकरण न होने व विभागीय लापरवाही के कारण चार साल पहले अजीमुल्लाह चौराहे पर ट्रांसफार्मर लगाने के दौरान बंधवा निवासी गुड्डू नामक कर्मचारी की मौत हो गई थी। इसी तरह ज्ञानपुर उपखंड में एक साल के अंदर दो कर्मचारी करंट की जद में आकर काल के गाल में समा चुके हैं। एक साल के अंदर तीन कर्मचारी करंट से झुलस चुके हैं। भदोही उपखंड के लिए काम करने वाले संविदाकर्मी अमित कुमार यादव व रामआसरे के बाद अब नारायण यादव भी करंट से झुलस कर मौत व जिदगी के बीच संघर्ष कर रहे हैं।
-230 कर्मचारी करते हैं संविधा पर काम
विभाग के पास महज 6 स्थाई लाइनमैन हैं, जबकि आउट सोर्सिंग के माध्यम से 230 कर्मचारी काम कर रहे हैं। इनमें आपूर्ति संचालन, संसाधनों के रखरखाव के अलावा मीटर रीडिग सहित अन्य विभागीय कार्य उनके जिम्मे हैं। लोकल फाल्ट व अन्य तकनीकी खराबी को दुरुस्त करने का काम भी संविदा कर्मचारियों पर हैं जबकि उन्हें कोई सुरक्षा उपकरण भी नहीं दिए गए हैं। ----------------------
विभागीय कार्य कराने वाली संस्था ब्रोडकास्ट इंजीनियरिग कंसल्टेंट इंडिया लिमिटेड (बेसिल) के प्रोजेक्ट मैनेजर को पत्र भेजा गया है। घटना का जिक्र करते हुए उपचार का खर्च वहन करने व अन्य सुविधा प्रदान करने के लिए कहा गया है। कर्मचारियों को सेफ्टी किट, आईडी कार्ड, ईएसआईसी कार्ड तत्काल उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया है। -रामकुमार, एक्सइएन भदोही उपखंड