पांच हजार किसानों पर आठ करोड़ बकाया, सभी को नोटिस
शिकंजा-- - जिले में संचालित हैं 52 सहकारी समितियां कर्ज पर खाद बीज देने पर लगी रोक - नक
शिकंजा--
- जिले में संचालित हैं 52 सहकारी समितियां, कर्ज पर खाद, बीज देने पर लगी रोक
- नकद भुगतान करने पर ही दी जाती है सुविधा, 22 समितियां फेल
- एक लाख से कम ऋण होने के कारण नहीं हो पा रही कार्रवाई जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर(भदोही): जिले के पांच हजार किसानों पर सहकारी समितियों का आठ करोड़ रुपये बकाया है। विभाग की ओर से नोटिस जारी कर समय से बकाया भुगतान करने की चेतावनी दी गई है। इसके साथ ही कर्ज पर खाद और बीज देने पर रोक लगा दिया गया है। अब नकद भुगतान करने पर ही किसानों को ई-पास मशीन के माध्यम से सुविधा दी जाती है। इसके साथ ही विभिन्न कारणों से 52 में से 22 समितियां फेल हो चुकी हैं। एक लाख से कम ऋण होने के कारण विभाग चाहकर भी दंडात्मक कार्रवाई नहीं कर पा रहा है।
किसानों की सुविधा के लिए जिले में 52 सहकारी समितियां संचालित की गई थीं। इन समितियों के माध्यम से पंजीकृत किसान सदस्यों को कर्ज पर खाद,बीज आदि की सुविधा दी जाती थी। किसानों से वसूली के लिए सहकारिता विभाग में स्थायी के अलावा कमीशन पर कर्मचारी रखे गए हैं। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो 52 समितियों पर 50 हजार से अधिक किसान पंजीकृत थे लेकिन धीरे-धीरे इनकी संख्या कम होती गई। अब तक पांच हजार किसानों पर समितियों का आठ करोड़ से अधिक धनराशि बकाया है। बकाया अधिक होने के कारण समितियों पर अब किसानों को कर्ज पर खाद-बीज देने की व्यवस्था बंद कर दी गई। सहायक निबंधक सहकारिता राघवेंद्र शुक्ला का कहना है कि किसानों पर एक लाख से कम बकाया होने के कारण कोई दंडात्मक कार्रवाई तो नहीं हो पाती है लेकिन चेतावनी के रूप में नोटिस आदि की कार्रवाई की जाती है। कभी- कभी तो उनके घरों पर भी बकाया राशि को चस्पा कर दिया जाता है। इसके बाद भी किसान बकाया का भुगतान नहीं करते हैं। अमीन लगातार बकाया की वसूली के लिए उनके घर पर दबिश देते रहते हैं। बताया कि तीस समिति पूरी तरह सक्रिय हैं जबकि 22 पर इन दिनों खाद और बीज की आपूर्ति ठप है।