डोमोटेक्स रद, कालीन निर्यात को 500 करोड़ की चोट
जागरण संवाददाता भदोही जर्मनी के हनोवर शहर में मई में प्रस्तावित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क
जागरण संवाददाता, भदोही : जर्मनी के हनोवर शहर में मई में प्रस्तावित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेला डोमोटेक्स रद हो चुका है, इसके चलते देश के कालीन निर्यात को करीब 500 करोड़ की चोट लगी है। पिछली बार देश से 250 निर्यातकों ने इसमें भागीदारी की थी। कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दिन यह आयोजन आगे खिसका था। दुनिया का सबसे बड़ा यह फेयर हर वर्ष जनवरी में लगता है, लेकिन अबकी महामारी के चलते मई में आयोजन होना था, अब यह कार्यक्रम भी रद कर दिया गया है।
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डोमोटेक्स के रद होने से उद्योग की भारी क्षति हुई। डोमोटेक्स से 80 फीसद व्यवसाय होता था। इस फेयर से वे साल में आठ माह का काम निकाल लेते थे।
चित्र-17 प्रशांत मिश्रा, निर्यातक
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निर्यातक डोमोटेक्स का इंतजार साल भर करते थे। बड़े पैमाने पर फेयर का आयोजन होने के कारण नए व पुराने आयातकों से मुलाकात होती थी।
चित्र-18 जाबिर बाबू अंसारी, निर्यातक
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कालीन उद्योग को संभालने में डोमोटेक्स का हाथ है। जब जब उद्योग मुश्किल दौर में था तब तब डोमोटेक्स ने संभाला।
चित्र-19 प्रेरणा गोयल, निर्यातक
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कोरोना महामारी ने 2020 को बरबाद ही किया था अब 2021 में भी राहत नहीं है।नए साल में प्रस्तावित आयोजनों से उम्मीद बंधी थी।
चित्र-20 बसंत चांडक, निर्यातक