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बिल के विरोध में कामकाज से विरत रहे चिकित्सक

जागरण संवाददाता, भदोही: नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के विरोध में प्रस्तावित एक दिवसीय हड़ताल क

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Jul 2018 06:10 PM (IST)Updated: Sat, 28 Jul 2018 06:10 PM (IST)
बिल के विरोध में कामकाज से विरत रहे चिकित्सक
बिल के विरोध में कामकाज से विरत रहे चिकित्सक

जागरण संवाददाता, भदोही: नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के विरोध में प्रस्तावित एक दिवसीय हड़ताल के मद्देनजर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के आह्वान पर शनिवार को चिकित्सक कामकाज से विरत रहे। हालांकि इस दौरान आने वाले गंभीर रोगियों को देखा गया। उधर हड़ताल का निजी अस्पतालों को कोई खास प्रभाव नहीं दिया।

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जौनपुर-मीरजापुर बाइपास मार्ग स्थित जीवनदीप हास्पिटल में बैठक चिकित्सकों ने उक्त बिल का विरोध किया। एसोसिएशन के अध्यक्ष डा एके गुप्ता ने उक्त बिल को अलोकतांत्रिक बताते हुए कहा कि यह गरीबों के विरुद्ध तथा अमीरों को रास आने वाला बिल है। इस बिल के माध्यम से समस्त अधिकारों को केंद्रीयकृत करने का इरादा साफ तौर से दिखाई दे रहा है। लोकतांत्रिक तरीके से चुने हुए एमसीआई को समाप्त कर राष्ट्र चिकित्सा आयोग का गठन पूरी तरह अलोकतांत्रिक है। इससे राज्य चिकित्सा का प्रतिनिधित्व पूर्ण रूप से हाशिए पर चला जाएगा। एसोसिएशन के सचिव डा आरके पटेल ने कहा कि उक्त बिल में तमाम विसंगतियां है जिनका विरोध किया जा रहा है। चेतावनी देते हुए कहा कि बावजूद इसके बिल पास किया जाता है तो आईएमए देशव्यापी आंदोलन को बाध्य होगा। उधर प्रस्तावित हड़ताल के मद्देनजर चिकित्सकों ने शनिवार को कामकाज का बहिष्कार करते हुए धिक्कार दिवस के रूप में मनाया। बैठक में डा केपी जायसवाल, डा अजहर आसिफ, डा अरशद महमूद, डा एसके उमर आदि थे। उधर हड़ताल के बावजूद इमरजेंसी रोगियों को देखा गया तथा उनका उपचार भी सुनिश्चित किया गया।


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