बढ़ती जा रही विधायक विजय मिश्र की मुश्किलें, जेल से बाहर आने पर संशय
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) विधायक विजय मिश्र की जमानत अर्जी सुप्रीम कोर्ट से खारिज होत
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : विधायक विजय मिश्र की जमानत अर्जी सुप्रीम कोर्ट से खारिज होते ही जिले की सियासत गरमा गई। सियासी दिग्गजों की अटकलबाजी तेज हो गई। अब वह विधानसभा चुनाव में जेल से बाहर नहीं आ सकेंगे। औराई के व्यवसायी को धमकी देने के बाद गुंडा एक्ट के तहत हुई कार्रवाई के बाद उनके खिलाफ ताबड़तोड़ नौ आपराधिक मुकदमे दर्ज किए गए।
सत्ता परिवर्तन के बाद तीन साल तक विधायक विजय मिश्र जनता के बीच बने रहे लेकिन अप्रैल 2020 के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ती गईं। कालीन व्यवसायी को मोबाइल फोन पर धमकी और रंगदारी मांगने के आरोप में गुंडा एक्ट की कार्रवाई की
गई। इसके बाद चार अगस्त 2020 को उनके रिश्तेदार कृष्णमोहन तिवारी ने फर्म
एवं भवन हड़पने के आरोप में गोपीगंज
कोतवाली में केस दर्ज कराया।
इसी आरोप में 14 अगस्त को 2020 को मध्यप्रदेश के आगर जिले से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इसके पश्चात उनके खिलाफ वाराणसी की गायिका ने सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया तो कौलापुर के प्रधान ने लेटरपैड का दुरुपयोग करने के अलावा अलग-अलग नौ मुकदमे दर्ज किए गए। उनकी पत्नी एमएलसी रामलली मिश्र जहां अग्रिम जमानत पर हैं तो बेटा विष्णु मिश्र इन दिनों फरार चल रहा है। उसके
ऊपर 25 हजार का इनाम भी घोषित है और लुक आउट नोटिस भी जारी हुई है।
गायिका ने ही उनकी बेटी और दामाद पर जैतपुरा थाना वाराणसी में केस दर्ज कराया है। वर्तमान में सभी आरोपित फरार चल रहे हैं। विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद एक बार फिर ज्ञानपुर सीट को लेकर सियासी गलियारों में विधायक के नाम को लेकर घमासान मचा है। सुप्रीम
कोर्ट से जमानत खारिज होने के बाद अटकलबाजी तेज हो गई। सियासी दिग्गजों का कहना है अब वह विधानसभा चुनाव तक जेल से बाहर नहीं आ सकेंगे।