भगवान की अलौकिक बारात में उमड़े श्रद्धालु
जागरण संवाददाता गोपीगंज (भदोही) क्षेत्र के छतमी गांव में आयोजित सात दिवसीय रामलीला के दूसर
जागरण संवाददाता, गोपीगंज (भदोही) : क्षेत्र के छतमी गांव में आयोजित सात दिवसीय रामलीला के दूसरे दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की निकली अलौकिक बारात में जनसैलाब उमड़ पड़ा। आकर्षक रोड लाइट जहां जनकपुरी के भव्यता को प्रदर्शित कर रहे थे तो वहीं डीजे की धुन पर अयोध्यावासी थिरकते रहे। महिलाओं ने पुष्पवर्षा कर बारातियों का स्वागत किया।
कलाकारों द्वारा दशकों से रामलीला का भव्य एवं आकर्षक मंचन किया जाता है। सोमवार की रात आयोजित कार्यक्रम में महर्षि विश्वामित्र के यज्ञ की सुरक्षा करने निकले भगवान श्रीराम और लक्ष्मण जनकपुर में स्थित पुष्पवाटिका में पहुंचे। पुष्प तोड़ने आई जनक दुलारी सुकोमल बाल कुमारों को देख मोहित हो गई। उनके दिल में भगवान की चाह के ज्वार प्रस्फुटित होने लगे। इस दौरान आदिशक्ति ने गौरी पूजन कर भगवान श्रीराम को वर के रूप में वरण करने का आशीर्वाद मांगा। इसी बीच राजा जनक ने धनुषयज्ञ की घोषणा कर दी। धनुष को भंग करना तो दूर, कोई उस पर प्रत्यंचा तक चढ़ाने में सफल नहीं हुआ। दरबार में एक से बढ़कर एक वीर की स्थिति देख राजा जनक दुखी हो गए। उनके विरह वेदना को सुनकर दरबार में उपस्थित भगवान श्रीराम ने गुरु विश्वामित्र से आज्ञा लेकर धनुष को भंग कर दिया। राजा जनक ने इसकी सूचना राजा दशरथ को दी। अयोध्या नगरी से निकली अलौकिक एवं अद्भुत बारात में जन सैलाब उमड़ पड़ा। डीजे की धुन पर महिलाएं, पुरुष, बच्चे, युवा और युवतियां थिरकते चल रहीं थीं। कलाकारों के मनमोहक मंचन को देख बीच-बीच में लोग पुरस्कृत कर उत्साहित भी कर रहे थे। इस मौके पर डा. प्रशांत पांडेय, प्रदीप पांडेय, पिटू पांडेय आदि थे।
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पेटहवा राजा की निकली झांकी, खूब लगे ठहाके
जनकपुरी में धनुषयज्ञ में शामिल होने के लिए पेटहवा राजा भी अपनी सेना के साथ निकल पड़े। मुन्ना पांडेय के घर से निकली पेटहवा राजा की झांकी अलौकिक थी। वैवाहिक कार्यक्रम में उनके मंचन को देखकर हर कोई अपने को रोक नहीं सका। अपनी ताकत का गुणगान भी खूब रोचक चौपाई के साथ किया।