जाम से तड़पा शहर, चार घंटे जूझे लोग
स्थान स्टेशन रोड समय दोपहर 12 बजे मार्ग स्थित प्रमुख निजी विद्यालयों की छुट्टी से पहले ही सड़क वाहनों से पट गई। बच्चों को लेने के लिए दो दर्जन चार पहिया व सैकड़ों दो पहिया वाहन विद्यालय के आसपास सड़क पर डट गए थे। उधर स्कूलों की छुट्टी होते ही बच्चों का हुजूम सड़क पर उमड़ पड़ा। फिर क्या था देखते ही देखते सड़क पर दोनों ओर वाहनों का तांता लग गया। पकरी तिराहा जाम हो गया तो रेलवे फाटक बंद होते ही रेंगते वाहनों के पहिए भी जहां तहां थम गए।
जासं, भदोही : स्टेशन रोड पर दोपहर 12 बजे प्रमुख निजी विद्यालयों की छुट्टी से पहले ही सड़क जाम हो गया। बच्चों को लेने के लिए 25 चार पहिया व सैकड़ों दो पहिया वाहन विद्यालय के निकट सड़क पर डट गए थे। स्कूलों की छुट्टी होते ही बच्चों का हुजूम सड़क पर उमड़ पड़ा। सड़क पर दोनों ओर वाहनों का तांता लग गया। पकरी तिराहा जाम हो गया तो रेलवे फाटक बंद होते ही रेंगते वाहनों के पहिए भी थम गए। जाम का दायरा बढ़ता गया। रेलवे फाटक खुलते स्टेशन रोड पर वाहनों की भरमार हो गई। स्कूल वाहन फंसे रहे तो उसमें बैठे बच्चे घंटों हलकान हुए। यह मंजर हर कोई देख परेशान हो उठा।
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घंटों विलंब से पहुंची पुलिस : जौनपुर से मीरजापुर बाइपास और भदोही-चौरी मार्ग की तरह शहर की आंतरित सड़कें भी जाम की समस्या से जूझती दिखाई पड़ी। करीब चार घंटे हर कोई ठिठक गया। घंटों विलंब के बाद पहुंची पुलिस ने राहत कार्य शुरू किया। उधर जाम का दायरा स्टेशन रोड होते हुए लिप्पन व गजिया तक पहुंच गया। वाहनों के भारी दबाव के बीच लोग जहां तहां ठिठक कर रह गए। इस बीच स्टेशन रोड स्थित अन्य विद्यालयों की छुट्टी हो गई। लिप्पन से गजिया तक वाहनों के पहिए जाम हो गए। जो जहां फंसा था वहीं का होकर रह गया। लिप्पन तिराहे पर तैनात होमगार्ड के जवान मूक दर्शक बने रहे। बहरहाल जैसे तैसे जाम छंटा तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।
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गजिया रेलवे फाटक बंद करने से समस्या : मुख्य मार्ग स्थित गजिया रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है। कार्यदायी संस्था ने आठ माह पहले मार्ग पर बंद कर दिया है। वाहनों का पूरा दबाव स्टेशन रोड व पकरी रेलवे फाटक मार्ग पर आ गया है। रेलखंड पर ट्रेनों की भरमार है। हर 20 से 30 मिनट में गेट बंद होना तय है। ऐसे में वाहनों के पहिए जाम हो जाते हैं। सड़क की पटरियों पर वाहनों की बेतरतीब पार्किंग, यातायात नियमों के प्रति उदासीनता भी जाम को बढ़ावा देने में कारगर साबित हो रही है।