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संस्कृति व संस्कार के विकास में भाषा की महत्ता पर मंथन

कौमी एकता सप्ताह के तहत काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर के हिन्दी विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में संस्कृति व संस्कार के विकास में भाषा की महत्ता पर मंथन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 10:45 PM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2020 10:45 PM (IST)
संस्कृति व संस्कार के विकास में भाषा की महत्ता पर मंथन
संस्कृति व संस्कार के विकास में भाषा की महत्ता पर मंथन

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : कौमी एकता सप्ताह के तहत काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर के हिन्दी विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में संस्कृति व संस्कार के विकास में भाषा की महत्ता पर मंथन किया गया।

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साक्षरता दिवस के रूप में आयोजित कार्यक्रम में प्राचार्य डा. प्रदीप नारायण डोंगरे ने भाषाई सद्भाव एवं भाषा की विविधता को रेखांकित किया। कहा कि भाषा संस्कृति का ही एक अंग है। डा. क्षमाशंकर पांडेय ने कहा कि बहुभाषिकता आज के वैश्विक समाज की अनिवार्यता है। देवनागरी लिपि में ही हमारी संवेदनाएं और सांस्कृतिक रूपों की अभिव्यक्ति होती है। हिदी विभाग की विभागाध्यक्ष डा. किरण शर्मा ने कहा कि बहुभाषी एवं विविध संस्कृति वाले हमारे देश को एकता के सूत्र में बांधने वाला भाव हमारी अपनी भाषा-बोली से आत्मिक जुड़ाव के चलते है। उन्होंने विभिन्न प्रदेश व केंद्र शासित राज्यों की राजभाषा तथा उपबोली के महत्व पर प्रकाश डाला। संस्कृत विभागाध्यक्ष डा. रिचा ने कहा कि संस्कृति एवं संस्कार के विकास में संस्कृत की भूमिका अहम है। गणित विभाग के विभागाध्यक्ष डा. सर्वेशानंद ने भाषाई सौहार्द एवं एकता पर विचार रखे तो वनस्पति विज्ञान की असिस्टेंट प्रोफेसर डा. सुमन गुप्ता ने देशज बोलियों को संरक्षित करने पर जोर दिया। आलोक तिवारी ने भाषाई विविधता व अनीता यादव ने भी हिन्दी भाषा पर विचार साझा किए। इसके साथ ही डा. रमेशचंद्र यादव, डा. अरुण कुशवाहा, डा. मनोज विश्वकर्मा, डा.मनीषा, डा.आलिया रिफत, डा. प्रियंका मराल, डा. इंग्लेश भारतीय, डा. आनन्द सिंह आदि ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। संचालन डा. अमित गोयल ने किया। प्रधानाध्यापकों को निर्देश, समयबद्ध ढंग से पूरा कराएं काम

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : ब्लाक संसाधन केंद्र डीघ वहिदानगर में हुई प्रधानाध्यापकों की बैठक में विभिन्न बिदुओं पर चर्चा की गई। सौंपे गए दायित्व व समस्त कार्य को समयबद्ध ढंग से पूरा करने का निर्देश दिया गया। खंड शिक्षाधिकारी रवींद्र शुक्ला ने बंद चल रहे स्कूल के इस दौर में बच्चों को आनलाइन शिक्षा के जरिए शैक्षणिक सपोर्ट देते रहने पर जोर दिया।

उन्होंने बच्चों के रिपोर्ट कार्ड वितरण की स्थिति, ई-पाठशाला कार्यक्रम के अंतर्गत वाट्सएप पर प्राप्त हो रहे ई-कंटेंट बच्चों को प्रेषित करने की स्थिति तथा बच्चों एवं अभिभावकों से उसका फीड बैक प्राप्त करनी जानकारी ली। मिशन प्रेरणा के अंतर्गत बच्चों एवं अभिभावकों को पोस्टर व पंपलेट वितरण, प्रत्येक ग्राम पंचायत में मिशन प्रेरणा की ई-पाठशाला संचालन संबंधी जागरूकता बैनर लगाए जाने, स्कूल डेवलपमेंट प्लान बनाने के लिए निर्धारित प्रारूप पर चर्चा एवं गोष्ठी। एमडीएम के अंतर्गत बच्चों के खाते में भेजी गई प्रथम किस्त धनराशि की स्थिति आदि की समीक्षा की। 2020- 21 में पंजीकृत बच्चों को दो सेट यूनिफार्म एवं निश्शुल्क पुस्तक वितरण, संचारी रोग जागरूकता के अंतर्गत कराए गए कार्य आदि की जानकारी ली। बैठक में जयप्रकाश सिंह, इंदुचंद पांडेय, मिथिलेश तिवारी, अनिल सिंह व अन्य थे।


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