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बाई पास निर्माण से ट्रेनों के संचालन में परिवर्तन की संभावना

उत्तर रेलवे व पूर्वोत्तर रेलवे के बीच पाईपास कायम होने लोहता-मडुआडिह स्टेशनों के बीच रेल परिचालन शुरू होने के बाद ट्रेनों के परिचालन में व्यापक परिवर्तन की संभावना जताई जा रही है। वाराणसी-जंघई रेलखंड की कुछ ट्रेनों को पूर्वोत्तर रेलवे से चलाने की आशंका जताई जा रही है तो उधर की कुछ गाड़ियों से उत्तर रेलवे से परिचालन के संकेत मिले हैं। हालांकि इस संबंध में अभी रेलवे ने अंतिम निर्णय नहीं लिया है लेकिन वाराणसी-जघई रेलखंड से चलने वाली तीन जोड़ी ट्रेनों को कैंट के बजाए मडुआडिह से चलाने का निर्णय ले लिया गया है। उक्त गाड़ियां आगामी वर्ष ए जनवरी से कैंट के बजाए मडुआडिह से चलाई जाएंगी। उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में रेलखंड पर ट्रेनों की संख्या में वृद्धि भी हो सकती है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Dec 2019 06:32 PM (IST)Updated: Wed, 25 Dec 2019 06:32 PM (IST)
बाई पास निर्माण से ट्रेनों के संचालन में परिवर्तन की संभावना
बाई पास निर्माण से ट्रेनों के संचालन में परिवर्तन की संभावना

जासं, भदोही : उत्तर व पूर्वोत्तर रेलवे के बीच बाई पास कायम होने, लोहता-मंडुआडीह स्टेशन के बीच रेल परिचालन शुरू होने के बाद ट्रेनों के परिचालन में व्यापक परिवर्तन की संभावना जताई जा रही है। वाराणसी-जंघई रेलखंड की कुछ ट्रेनों को पूर्वोत्तर रेलवे के रेलखंड से चलाने तो उधर की कुछ गाड़ियों से उत्तर रेलवे से परिचालन के संकेत मिले हैं। हालांकि इस संबंध में अभी रेलवे ने अंतिम निर्णय नहीं लिया है लेकिन वाराणसी-जंघई रेल खंड से चलने वाली तीन जोड़ी ट्रेनों को कैंट के बजाए मंडुआडीह से चलाने का निर्णय ले लिया गया है। उक्त गाड़ियां एक जनवरी से कैंट के बजाए मंडुआडीह से चलाई जाएंगी।

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वाराणसी के कैंट स्टेशन से ट्रेनों का दबाव कम करने के लिए ही लंबे समय से मंडुआडीह स्टेशन को विकसित किया जा रहा था। इस कड़ी में लोहता-मंडुआडीह के बीच बाई पास ट्रैक बिछाया गया ताकि वाराणसी-जंघई रेलखंड से चलने वाली ट्रेनों को कैंट के बजाए मंडुआडीह से चलाया जा सके। रेलवे के फरमान के अनुसार वाराणसी से नई दिल्ली के बीच चलने वाली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, वाराणसी से लोकमान्य तिलक के बीच चलने वाली रत्नागिरी एक्सप्रेस व वाराणसी से ग्वालियर के बीच चलने वाली बुंदेलखंड एक्सप्रेस को कैंट के बजाए मंडुआडीह से चलाने का निर्णय लिया है। केवी व बुंदेलखंड एक जनवरी से जबकि रत्नागिरी दो जनवरी से उक्त स्टेशन से प्रस्थान करेगी। रेलवे द्वारा किए जा रहे बदलाव को देखते आने वाले दिनों में रेलखंड पर और भी परिवर्तन देखने को मिल सकता है। विभागीय अधिकारियों से मिले संकेत के अनुसार कामायनी एक्सप्रेस का परिचालन पूर्वोत्तर रेलवे से किया जा सकता है। इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक भदोही आलोक कुमार ने अनभिज्ञता जताई है। उनका कहना है कि परिवर्तन की कड़ी में तीन जोड़ी ट्रेनों को कैंट के बजाए मंडुआडीह से परिचालन का निर्णय लिया जा चुका है।


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