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सड़क पर सावधानी ही सुरक्षा की गारंटी

सफर पर निकलने के दौरान चाहे पैदल सड़क पार करना हो या फिर वाहन से। किसी भी चौराहे-तिराहे अथवा राजमार्ग पर स्थित कट प्वाइंट विशेष सावधानी बरतें। वाहनों के दबाव वाले व्यस्ततम स्थलों पर थोड़ी सी चूक घातक सिद्ध हो सकती है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 05:30 PM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2019 05:30 PM (IST)
सड़क पर सावधानी ही सुरक्षा की गारंटी
सड़क पर सावधानी ही सुरक्षा की गारंटी

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : सफर पर निकलने के दौरान चाहे पैदल सड़क पार करना हो या फिर वाहन से। किसी भी चौराहे-तिराहे अथवा राजमार्ग पर स्थित कट प्वाइंट विशेष सावधानी बरतें। वाहनों के दबाव वाले व्यस्ततम स्थलों पर थोड़ी सी चूक घातक सिद्ध हो सकती है। कारण है कि व्यस्ततम स्थानों पर वाहनों के धक्के से अनहोनी घटनाओं की संभावना ज्यादा रहती है। कारण है कि भले ही टोल के रूप में वाहन चालकों से वसूली की जाती हो लेकिन वह चाहे राजमार्ग हो अथवा अन्य सड़कें, सुरक्षा के इंतजाम नदारद हैं। न तो कहीं संकेतक दिखाई पड़ता है न तो रिफ्लेक्टर। जिससे लोगों को यह आभास हो सके कि आगे विद्यालय, ब्रेकर अथवा चौराहा तिराहा स्थित है। जहां वाहनों की गति को नियंत्रित रखना है।

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कोहरे का दौर शुरू हो चुका है। ऐसे में सड़कों पर किनारे लगे रिफ्लेक्टर व अंकित किए आगे जेब्रा क्रासिग है, धीरे चलो, आगे स्कूल है, गति अवरोधक है। अंधा मोड़ है आदि..। इन स्लोगनों का अर्थ है कि सड़क पर चलते वक्त वाहन चालकों को इन पर निगाह पड़ते ही सतर्क हो जाना चाहिए। ऐसे स्थानों पर इस तरह के स्लोगन लिखे दिखने भी चाहिए। जबकि हकीकत यह है कि राजमार्ग पर कुछ स्थानों पर छोड़ दिया जाय तो किसी भी सड़क पर ऐसे स्लोगन नहीं दिखाई पड़ते। इससे भी विषम स्थिति यह है कि जगह-जगह बने ब्रेकरों तक पर कोई ऐसा पेंट लिया नहीं मिलता जिससे वाहन चालकों को उसके होने का आभास हो सके। लिहाजा जब तक ऐसे स्थानों पर पहुंचकर लोग सतर्क होते हैं तब तक काफी देर हो चुकी होती है। ऐसे स्थलों पर सड़क पार करते वक्त असावधानी होने पर बेतहासा फर्राटा भर रहे वाहनों की चपेट में आकर आए दिन किसी की जान जा रही है तो कोई अपंग हो जा रहा है।

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अंडर पास के समीप भी सुरक्षा के इंतजाम गायब

- राजमार्ग पर जगह-जगह बन रहे अंडर पास के समीप भी सुरक्षा के इंतजाम गायब हैं। वहां ब्रेकर तक नहीं बना है जिससे वाहन सवारों की गति वहां पहुंचने के दौरान थोड़ी धीमी हो सके। इसका नतीजा यह होता है कि अचानक कोई अंडर पास से निकलकर सड़क पर पहुंचा तब तक दूसरी तरफ से कोई अन्य वाहन पहुंच गया। इस तरह से भी आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।

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चौराहे का बैरीकेडिग हादसों का कारण

- गोपीगंज नगर में मुख्य चौराहे पर बैरीकेडिग कर बंद कर दिया गया है। इसका परिणाम यह हो रहा है कि निर्माणाधीन ओवर ब्रिज के नीचे सड़क के बीच लगाए गए अवरोध के बीच से बाइक सवार व पैदल यात्री निकलने का प्रयास करते देखे जाते हैं। इससे आए दिन हादसे होते रहते हैं।


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