अभियान ठप, सड़कों पर टहल रहे बेसहारा मवेशियों से परेशानी
बेसहारा मवेशी की समस्या से मुक्ति नहीं ।
अभियान ठप, सड़कों पर टहल रहे बेसहारा मवेशियों से परेशानी
जागरण संवाददाता, ऊंज (भदोही) : बेसहारा मवेशी की समस्या से मुक्ति नहीं मिल पा रही है। ज्यादा लागत व कड़ी मेहनत कर बोई गई सब्जी सहित हरे चारे की फसल को मवेशी व घड़रोंच खा जा रहे हैं। गंगा तटवर्ती सेमराध, सोनैचा, बैरीबीसा, बेरवां सहित आस-पास के अन्य गांवों में रखवाली के तमाम प्रयास के बाद किसान फसल नहीं बचा पा रहे हैं। निजात का कोई उपाय नहीं सूझ रहा है। उधर बेसहारा मवेशियों को पकड़कर गोशाला भेजे जाने का अभियान भी ठप पड़ चुका है।
एक तरफ बेसहारा मवेशी जहां किसानों के लिए सिरदर्द बने हैं, वहीं दूसरी तरफ घड़रोंचों का झुंड खेतों में खड़ी फसल को तबाह कर रहा है। अब तो स्थिति यह हो गई है कि छुट्टा के आड़ में तमाम लोग अपने दुधारू पशुओं को भी दूध निकालने के बाद बछड़ों संग खुला छोड़ देते हैं। शायद ही ऐसा कोई गांव हो जहां चार से पांच बछड़े व घड़रोंज टहलते दिखाई न दिखाई पड़े। इतना ही नहीं बेसहारा मवेशी व घड़रोंच अचानक सड़कों पर आकर हादसों का कारण भी बन रहे हैं।