Move to Jagran APP

स्तनपान से बच्चों को मिलती है रोगों से लड़ने की शक्ति

स्वास्थ्य विभाग व बाल विकास सेवा व

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Aug 2022 04:11 PM (IST)Updated: Wed, 03 Aug 2022 04:11 PM (IST)
स्तनपान से बच्चों को मिलती है रोगों से लड़ने की शक्ति
स्तनपान से बच्चों को मिलती है रोगों से लड़ने की शक्ति

स्तनपान से बच्चों को मिलती है रोगों से लड़ने की शक्ति

loksabha election banner

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : स्वास्थ्य विभाग व बाल विकास सेवा व पुष्टाहार विभाग की ओर से विश्व स्तनपान सप्ताह अभियान चल रहा है। विभागीय टीमें महिलाओं व नवजात शिशुओं को स्तनपान कराने को प्रेरित कर रही हैं। अभियान के तीसरे दिन बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संतोष कुमार चक ने कार्यालय में बैठक कर विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे भी स्वास्थ्य टीम के साथ गांवों का भ्रमण करें और ग्रामीणों को जागरूक करें। कहा मां का दूध शिशु के स्वास्थ्य के लिए उत्तम है। बच्चों के बौद्धिक, शारीरिक व मानसिक विकास के लिए भी यह जरूरी है। बच्चों को डायरिया, निमोनिया व कुपोषण से सुरक्षा को स्तनपान कराना जरूरी है।

जिला कार्यक्रम अधिकारी मंजू वर्मा ने कहा सात अगस्त तक चलने वाले अभियान में एएनएम, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की टीम डोर-टू-डोर मां के दूध से नवजात को होने वाले लाभ के बारे में जागरूक कर रही है। 1357 केंद्रों में 1300 आंगनबाड़ी व 1355 आशा कार्यकर्ता छह माह से छोटे बच्चों को स्तनपान से होने वाले लाभ के बारे में बताकर जागरूक कर रहीं। शिशु स्तनपान की जिम्मेदारी, सच्ची जिम्मेदारी की थीम पर अभियान चलाया जा रहा है। शिशुओं को जन्म के एक घंटे के भीतर मां का दूध नहीं पिलाया जाता है तो 33 प्रतिशत नवजात की मौत की संभावना रहती है। छह माह तक शिशु को केवल स्तनपान कराने पर दस्त व निमोनिया का खतरा कम रहता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.