नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चला मंथन
जागरण संवाददाता लालानगर (भदोही) उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान प्रयागराज (आईएएसई) एवं एमिटी यूि
जागरण संवाददाता, लालानगर (भदोही) : उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान प्रयागराज (आईएएसई) एवं एमिटी यूनिवर्सिटी लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (एनईपी) पर रविवार को आयोजित नीति के विषय शिक्षक, समतामूलक और समावेशी शिक्षा सभी के लिए अधिगम विषय पर मंथन किया गया। वेबिनार में शिक्षकों अपने विचार रखे व विशेषज्ञों ने समाधान भी बताए।
क्रियान्वयन से जुड़े सवालों में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक डॉ. सर्वेष्ट मिश्रा व विनोद कुमार ने स्कूल कांपलेक्स, चार वर्षीय बीएड कार्यक्रम, शिक्षकों के स्थानांतरण जैसे मुद्दों पर ध्यान आकृष्ट कराया। एलटीआई के प्राचार्य डॉ. स्कंद शुक्ला एवं एमिटी बि•ानेस स्कूल के हेड डॉ. रोहित कुशवाहा ने बताया कि बदलाव नीति का मूल है। जो स्कूल, शिक्षक एवं प्रशासक हर स्तर पर होना है। खुर्शीद हसन एवं अवनींद्र जादौन ने प्रभावी गवर्नेंस, स्कूली शिक्षा के लिए मानक निर्धारण पर तो राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अपर परियोजना निदेशक विष्णुकांत पांडेय एवं समीना अनीस ने समुदाय के सहयोग मानक निर्धारण इकाई एवं प्रशासनिक इकाई के अलग-अलग कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। संयोजक ललिता प्रदीप ने कहा कि नई नीति से शैक्षिक गतिविधियों के क्रियान्वयन में सहूलियत होगी। संचालन एमिटी यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.जयंती श्रीवास्तव ने किया। भदोही से जुड़ी ज्योति कुमारी, धीरज सिंह, डॉ. मानिकचंद्र पाल, यास्मीन बानो आदि शिक्षकों ने सवाल किए।