300 एकड़ में होगी काले धान की खेती, किसानों की बदलेगी किस्मत
कालीन नगरी में भी काले धान की चमक किसानों को आकर्षित क
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर(भदोही): कालीन नगरी में भी काले धान की चमक किसानों को आकर्षित करने लगी है। परिणाम यह है कि इसकी खेती का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले साल कृषि विभाग की ओर से कुछ प्रगतिशील किसानों को एक-एक किलो काले धान का बीज मुफ्त में दिया गया था। इस बार अब तक 500 किसानों ने इसकी खेती शुरू कर दी है।
उप कृषि निदेशक अरविद कुमार सिंह का कहना है कि जिले में 300 एकड़ में काले धान की खेती की जा रही है। प्रगतिशील किसानों ने 110 रुपये किलो धान का बीज बेचा है। ऊंज क्षेत्र के प्रगतिशील किसान अरुणेंद्र चौबे ने बताया कि शुरूआती दौर में एक किलो बीज की नर्सरी डाले थे। बताया कि कृषि विभाग से पांच- छह किसानों को बीज मिला था। धान तैयार होने पर सामान्य स्थिति में 60 रुपये किलो बेचा गया था। कुछ प्रगतिशील किसान तो इसे 300 रुपये किलो भी दूसरे जनपद में बेचा था। उन्होंने बताया कि उत्पादन तो अन्य धान की फसलों से कम होता है लेकिन लाभ अधिक है। इस बार किन्हीं कारणों से वह धान की खेती नहीं कर सके हैं लेकिन अन्य कई साथी काले धान की खेती पर्याप्त मात्रा में कर रहे हैं। लालानगर में एक प्रगतिशील किसान इस क्षेत्र में बेहतर काम कर रहे हैं।
तीन हजार रुपये प्रति क्विंटल होती बिक्री
उप कृषि निदेशक अरविद कुमार सिंह का कहना है कि काला धान के बीज की कीमत तीन सौ रुपये प्रति किलो है। इसकी उपज की 3000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदारी किसानों से की जाती है। इसका उपज 10 से 12 क्विटल प्रति एकड़ बताई जाती है। यह स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभदायक होता है। इसलिए बाजार में इसकी मांग भी बहुत है।