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समस्याओं की ज्वालामुखी पर बैठी बीडा कालोनी

समस्याओं से जूझ रहे दिन रात उम्मीदों पर तुषारापात। भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) निर्मित कालोनियों का हाल कुछ ऐसा ही। कालोनी की समस्याओं को दैनिक जागरण द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद नवागत बीडा अधिकारी कृतिका ज्योत्सना ने संज्ञान लिया था। कालोनी की दुर्दशा का अवलोकन कर जल्द ही पार्कों के सुंदरीकरण व कायाकल्प का भरोसा दिलाया था। इससे लोगों की उम्मीदों को बल मिला था लेकिन आश्वासनों की घुट्टी भी बेकार साबित हुई। एक माह होने को आए पर समस्याओं के समाधान व कालोनी के कायाकल्प की दिशा में कोई भी पहल नहीं की गई। इसे लेकर रजपुरा कालोनी फेज-1 के आवंटियों में व्यापक रोष है। साफ सफाई जलजमाव जैसी अनगिनत समस्या से आवंटी परेशान हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Sep 2019 12:30 AM (IST)Updated: Fri, 20 Sep 2019 12:30 AM (IST)
समस्याओं की ज्वालामुखी पर बैठी बीडा कालोनी
समस्याओं की ज्वालामुखी पर बैठी बीडा कालोनी

जागरण संवाददाता, भदोही : भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) निर्मित कालोनियां समस्याओं की ज्वालामुखी पर बैठी हुई हैं। इसमें रहने वाला हर परिवार झुलसने को मजबूर है। समाधान की दिशा में कोई पहल नहीं हो रही। रजपुरा कालोनी फेज-प्रथम के आवंटियों में रोष है। साफ सफाई, जलजमाव जैसी अनगिनत समस्या से आवंटी परेशान हैं। हालांकि पिछले दिनों बीडा अधिकारी कृतिका ज्योत्सना ने कालोनी की दुर्दशा दूर करने का आश्वासन दिया था, मगर कोरा निकला।

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आवंटन के वक्त किया था सुविधाओं का वादा

आवंटन के दौरान सुविधा उपलब्ध कराने का वादा किया गया था। साफ सफाई सहित रखरखाव सुनिश्चित करने का भरोसा भी दिलाया गया था लेकिन कालोनियों के आबाद होने के बाद अधिकारियों ने मुंह फेर लिया। कालोनी में जहां गंदगी का अंबार लगा है वहीं जलजलमाव सहित अन्य समस्याएं आवंटियों के लिए परेशानी का सबब बनी है।

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300 आवंटियों की जान सांसत में

रजपुरा स्थित फेज-1 वर्ष 1988 में स्थापित है। यहां 280 से 300 आवंटी रहते हैं। व्यवसायी तथा नौकरीपेशा लोगों ही बहुतायत है। साफ सफाई व्यवस्था के लिए महज तीन स्वीपर हैं। नालियों की सफाई न होने तथा आए दिन सीवर लाइन जाम होने के कारण निकासी बाधित हो जाती है। पानी कालोनी की सड़कों पर पसर जाता है।

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एक जगह डंप किया जाता है कूड़ा

कूड़ा निस्तारण की स्थाई व्यवस्था न होने के कारण कालोनी स्थित खाली प्लाट में कूड़े डंप किए जाते हैं। इसके कारण वातावरण प्रदूषित रहता है। जब कूड़े अधिक हो जाते हैं तो उन्हें उठवाया जाता है लेकिन वह भी माह दो माह के बाद। इस बीच कूड़ों से दुर्गंध उठती रहती है। उधर कूड़े के ढेर पर बेसहारा पशु दिन भर अपनी खुराक तलाशते रहते हैं।

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सामुदायिक भवन का पुरसाहाल नहीं

स्थापना के बाद से ही कालोनी के सामुदायिक भवन का कोई पुरसाहाल नहीं है। रखरखाव व रंग-रोगन के अभाव में भवन जर्जर स्थिति में पहुंच गया है।

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व्यवस्था के नाम पर सर्विस टैक्स में हर वर्ष वृद्धि की जा रही है लेकिन सुविधा के नाम पर अधिकारी बगले झांकने लगते हैं। कालोनी की साफ सफाई तथा जलनिकासी की व्यवस्था ठीक नहीं है।

24-बसंत चांडक

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मूलभूत सुविधाओं के अभाव के साथ साथ कालोनी में सुरक्षा के इंतजाम नदारद है। इसके कारण आए दिन चोरियां होती है। सतर्कता न बरती जाए तो कालोनी में दिनदहाड़े चोरी की वारदात हो सकती है।

25-गोविद प्रसाद

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साफ सफाई के साथ साथ प्रतिदिन कूड़ा निस्तारण होना चाहिए लेकिन बीडा ऐसा नहीं करती। इसके कारण कालोनी का वातावरण प्रदूषित हो रहा है तथा इसका प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। 26-रुस्तम अली

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कालोनी में व्याप्त समस्याओं की बाबत अधिकारियों को अवगत कराया जाता है लेकिन संज्ञान नहीं लिया जाता। यही कारण है कि अनवरत समस्या बनी रहती है तथा आवंटी जूझते रहते हैं।

27-रुखसाना बेगम


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