ग्राम समाज की भूमि से चर्चित विधायक बेदखल
ज्ञानपुर के चर्चित विधायक विजय मिश्र ग्राम समाज की भूमि से बेदखल कर दिए गए हैं।
जागरण संवाददाता, भदोही: ज्ञानपुर के चर्चित विधायक विजय मिश्र ग्राम समाज की भूमि से बेदखल कर दिए गए हैं। राजस्व विभाग ने अंतिम जांच में पाया है कि उन्होंने नवधन तालुककोढ़ गांव में 0.600 हेक्टेयर ग्राम समाज के भूखंड पर जबरिया बाउंड्रीवाल का निर्माण कराया है। अब उसे तोड़ने के आदेश हुए हैं। तहसीलदार कोर्ट ने मंगलवार को उन्हें 5.70 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति जमा करने के आदेश दिए हैं। एक हजार रुपये निष्पादन व्यय भी सरकारी खजाने में विधायक को जमा करने पड़ेंगे। अब मामला सिद्ध होने पर प्रशासन मामले में विभागीय कार्रवाई को अंजाम देने जा रहा है। यह है पूरा मामला
भदोही के भाजपा विधायक रवींद्र नाथ त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री और डीएम से शिकायत की थी कि ज्ञानपुर विधायक ने जबरिया ग्राम समाज की जमीनों पर कब्जे किए हैं। मामले में डीएम ने एसडीएम और तहसीलदार से रिपोर्ट तलब की। तीन महीने से चल रही जांच अब पूरी हुई है। जांच में पाया गया है कि विधायक दोषी हैं। उनके द्वारा 2.955 हेक्टेयर भूखंड में 0.600 हेक्टेयर हिस्सा उन्होंने कब्जा कर लिया है। पक्का निर्माण करा लिया है। प्रकरण में आरसी जारी हुआ है।
डीएम ने दोबारा मांगी थी विस्तृत रिपोर्ट
डीएम कोर्ट में दो माह पहले विधायक की ओर से अपील की गई थी कि प्रकरण में उनकी नहीं सुनी गई। इसके चलते तहसीलदार की रिपोर्ट को निरस्त कर दिया गया था। डीएम ने आदेश दिया कि विधायक पक्ष की बात भी ठीक से सुनें, तब आदेश करें। नए सिरे से सुनवाई में कई तारीख पड़ी। विधायक पक्ष की भी बातों को सुना गया, आखिर में तहसीलदार कोर्ट ने विधायक के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं। ज्ञानपुर के तहसीलदार देवेंद्र यादव ने बताया कि उनका पक्ष ठीक से सुना गया है, इसके बाद हम सख्त कदम उठाने को बढ़े हैं।
आगरा जेल में बंद हैं विधायक
विधायक विजय मिश्र पुत्र स्व. रामदेव मिश्र रिश्तेदार का भवन कब्जा करने समेत कई गंभीर मामलों में आगरा जेल में बंद हैं। उनकी पत्नी एमएलसी रामलली मिश्र सशर्त जमानत पर हैं जबकि उनके पुत्र विष्णु मिश्र अब फरार चल रहे हैं। कुर्की का नोटिस जारी किया जा चुका हैं।
कई थानों की फोर्स के साथ चलेगा बुलडोजर
राजस्व विभाग अवैध कब्जा खाली कराने के लिए पुलिस अधीक्षक को भी पत्र लिखा है। कहा है कि अतिक्रमण को खाली कराने के लिए भारी पुलिस बल की आवश्यकता होगी। ऐसे में कार्रवाई के दौरान गोपीगंज व ऊंज थाना के अलावा पीएसी की भी मदद ली जा सकती है।