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सलाना कमाई बारह लाख,सुविधाएं शून्य

जी हां, सुनकर अटपटा जरूर लगेगा लेकिन सच्चाई में दम है। यकीन न हो तो एक बार सरायजगदीश रेलवे हाल्ट पहुंच कर वास्तविक स्थिति का नजारा कभी भी परखा जा सकता है। विभागीय रिकार्ड के मुताबिक हाल्ट की कमाई प्रति माह लगभग एक लाख रुपए यानि वर्ष में 12 लाख। सुविधा के नाम पर शून्य।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 05:57 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 10:16 PM (IST)
सलाना कमाई बारह लाख,सुविधाएं शून्य
सलाना कमाई बारह लाख,सुविधाएं शून्य

जासं,सीतामढ़ी (भदोही) : जी हां, सुनकर अटपटा जरूर लगेगा लेकिन सच्चाई में दम है। यकीन न हो तो एक बार सरायजगदीश रेलवे हाल्ट पहुंच कर वास्तविक स्थिति का नजारा कभी भी परखा जा सकता है। विभागीय रिकार्ड के मुताबिक हाल्ट की कमाई प्रति माह लगभग एक लाख रुपए यानि वर्ष में 12 लाख। सुविधा के नाम पर शून्य।

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अवगत हो कि पूरवोत्तर रेलवे के मंडुवाडीह-इलाहाबाद रेल खंड के मध्य उक्त हाल्ट संचालित है। जहां रेलखंड पर सुबह, दोपहर व शाम के समय चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव होता है। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि जिस स्थान पर हाल्ट है वह स्थान उत्तरी और दक्षिणी छोर के रहिवासियों के लिए रेलखंड काफी सुलभ माना जाता है। पूर्वी तथा पश्चिम छोर पर स्थित ज्ञानपुररोड एवं जंगीगंज स्टेशनों से होने वाली यात्रा और कमाई में बहुत अंतर है। अब सुविधाओं पर नजर दौड़ाई जाय तो सिर्फ एक टिकट घर व यात्रियों के खड़े होने मात्र के लिए प्लेटफार्म। सभी मौसमों में यात्री टिनशेड के अभाव में खुले आसमान के नीचे ट्रेन का इंतजार करते आ रहे हैं। पेयजल व्यवस्था के नाम पर अरसों पूर्व में लगा हैंडपंप महीनों से खराब होकर दुरूस्तीकरण का इंतजार कर रहा है। बैठने के लिए वही प्लेटफार्म आसरा बना हुआ है। छांव के नाम पर टिकट घर के पास पेड़ न होता तो खड़ा भी हो पाना मुमकिन ही रहता।

इनसेट..

ठेकेदारी प्रथा का है प्रचलन

यह भी नहीं कि मामला मंडलीय अधिकारियों से अनभिज्ञ है लेकिन हाल्ट की कमाई के अनुसार यात्री सुविधाएं मुहैया कराने के नाम पर सबकी हवा निकल जाती है। हाल्ट पर आज भी ठेकेदारी प्रथा चल रही है। यात्रियों में उठ रहे सवाल कि जब-जब मंडलीय अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण किया जाता है तो उनके द्वारा सिर्फ एक-दो प्रमुख स्टेशनों पर पहुंचकर हावभाव मारते हुए निकल जाना उचित नहीं है। यदि वही अधिकारी हाल्ट व सी ग्रेट का तगमा प्राप्त कर चुके स्टेशनों पर भी नजर दौड़ाई जाय तो अधीनस्थों की लापरवाही और मनमानी कार्यप्रणाली उजागर हो जाएगी। पुन: एक बार फिर यात्रियों ने वाराणसी मंडल में तैनात अधिकारियों की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए हाल्ट पर यात्री सुविधाएं बढ़ाने की मांग की है।


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