कर्नाटक के कमल पुष्पों से हो रहा आदि शक्ति का सहस्त्रार्चन
गोपीगंज क्षेत्र के धनापुर दक्षिणी में गुप्त नवरात्र के पहले दिन शनिवार को लोक कल्याण के लिए नौ दिवसीय महायज्ञ का शुभारंभ हुआ। इस दौरान कर्नाटक से आये कमल पुष्पों से आदि शक्ति का सहस्त्रार्चन किया गया।
धर्म-कर्म
- गुप्त नवरात्र में नौ दिवसीय महायज्ञ का हुआ शुभरंभ
-देवताओं का किया गया आह्वान, लोक कल्याण की कामना
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर(भदोही): गोपीगंज क्षेत्र के धनापुर दक्षिणी में गुप्त नवरात्र के पहले दिन शनिवार को लोक कल्याण के लिए नौ दिवसीय महायज्ञ का शुभारंभ हुआ। इस दौरान कर्नाटक से आये कमल पुष्पों से आदि शक्ति का सहस्त्रार्चन किया गया। प्रयागराज के आचार्य वेद प्रकाश शास्त्री ने गणेश-अंबिका पूजन कर 33 कोटि देवताओं का आह्वान किया। प्रथम दिन अग्नि प्राकट्य कर मंडप में प्रवेश किया गया। अन्य 15 आचार्य यज्ञ में मंत्रोचार कर आहूती कर रहे हैं। यजमान ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्र और एमएलसी रामलली मिश्रा ने लोक कल्याण की कामना की।
वासंतिक और शारदीय नवरात्र के अलावा साल में दो गुप्त नवरात्र भी पड़ते हैं। गुप्त नवरात्र में भी आदि शक्ति की उपासना सबसे अच्छा माना जाता है। वेद शास्त्री ने बताया कि गुप्त नवरात्र में एक दिन में 7000 कमल पुष्प आदि शक्ति को अर्पित किया जाता है। साथ ही 1000 नामो का सहस्त्रार्चन किया जाता है। बताया कि क्षेत्र की खुशहाली के लिए इस यज्ञ का आयोजन किया जाता है। इसमें गुड़हल, कमल करनैल समेत तमाम फूलों से मातारानी का पूजन किया जाता है। यह यज्ञ हवनात्मक एवं संपूटात्मक होता हैं। विधायक ने बताया कि स्थानीय स्तर पर कमल पुष्प पर्याप्त मात्रा में न मिलने से कर्नाटक से मंगाया गया है। यज्ञ में प्रमुख रूप से विष्णु मिश्र, ज्योति मिश्रा, कृष्णमोहन तिवारी, सूरज, राजू, दीपक, बुल्लारी शुक्ला, पिटू शुक्ला आदि थे।